
हाथरस भगदड़ हादसे पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसा कार्यक्रम कोई पहली बार नही हो रहा था, दुखद ये है कि ऐसी घटना हुई, इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की है. क्राउड मैनेजमेंट की तैयारी नहीं थी, स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो चुकी हैं. वहीं, नारायण हरि साकार उर्फ 'भोले बाबा' के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि उस बहस को मत छेड़िए. उन्होंने सवाल को टाल दिया.
दरअसल, अखिलेश यादव लखनऊ में मीडिया से बात कर रहे थे. इस दौरान जब उनसे सवाल पूछा गया कि हाथरस हादसे के बाद 'भोले बाबा' पर एफआईआर नहीं हुई, उसे गिरफ्तार नहीं किया गया, तो इस पर सपा सुप्रीमो ने कहा- उस बहस को और मत छेड़िए. दुख है कि इतने बच्चों और महिलाओं की जान चली गई. ऐसा कार्यक्रम कोई पहली बार नहीं हो रहा था. यूपी में ऐसे कार्यक्रम जगह-जगह पर होते है. घटना की जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की है.
वायरल फोटो पर अखिलेश का रिएक्शन
अखिलेश ने कहा कि बीजेपी के लोग सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें चलवा रहे थे, ये इनकी पुरानी आदत है. अभी आधा हारे हैं और आगे पूरा हार जाएंगे. किसी पर आरोप लगाने से कोई फायदा नहीं होगा. सबको मालूम होता है कि ऐसे कार्यक्रमों में जितने लोग बुलाए जाते हैं, उससे कई गुना ज्यादा लोग आते हैं. ऐसे में ये जिम्मेदारी प्रशासन की है कि सुरक्षित तरीके से कार्यक्रम संपन्न हो.
सीएम योगी ने दिया था ये बयान
मालूम हो कि बीते दिन हाथरस पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा और नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा को 'सज्जन' कहकर संबोधित किया. सीएम योगी ने कहा, कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है, इस प्रकार की घटनाओं में राजनीति खोजते हैं. चोरी भी और सीना जोरी भी करते हैं. लेकिन हर कोई जानता है कि उस सज्जन (बाबा) के फोटो किसके साथ हैं? इस तरह की भदगड़ और इसके पीछे कौन थे, इसकी तह में जाना आवश्यक है. यह हादसा है या साजिश, यह सच सामने लाया जाएगा.
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स्वास्थ्य व्यवस्था पर अखिलेश का निशाना
सपा सुप्रीमो ने हाथरस की घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के प्रति संवेदना प्रकट की, साथ ही पीड़ितों की हर तरीके से मदद करने की मांग की. स्वास्थ्य व्यवस्था पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि जो लोग दावा करते थे कि नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं उन्हें पता होना चाहिए कि पुराने चल रहे मेडिकल कॉलेज की भी हालत 7 साल में खराब हो गई है.
एक भी जिला अस्पताल सरकार ने नया नहीं बनाया जहां गरीब को बेहतर इलाज मिल सके. स्वास्थ्य विभाग के मंत्री (ब्रजेश पाठक) अपना पॉलिटिकल स्वास्थ्य बेहतर करने में लगे हैं, इसलिए हालात बदतर हैं. स्वास्थ्य मंत्री खुद अपना करियर सेट करने में लगे हैं, मुख्यमंत्री को हटवाकर खुद सीएम बनना चाहते हैं.