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स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से नाराज हैं अखिलेश यादव, रामचरितमानस को लेकर कही थी विवादित बात

सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव अपनी ही पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य से बेहद नाराज हैं और कल पार्टी की तरफ इसे लेकर प्रेस वार्ता भी की जा सकती है. अखिलेश के अलावा पार्टी के कई विधायक भी मौर्य के इस बयान से खुद को अलग रख रहे हैं. इस मुद्दे पर कई विधायकों ने फोन पर अखिलेश यादव से बात की है. सपा एमएलसी के रामचरितमानस पर विवादित बयान से पार्टी के अंदर भारी असंतोष भी है.

स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से बहुत नाराज हैं अखिलेश यादव- सूत्र स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से बहुत नाराज हैं अखिलेश यादव- सूत्र
समर्थ श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 23 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 8:13 PM IST

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के बाद अखिलेश यादव उनसे नाराज हैं. सूत्रों के मुताबिक, अखिलेश यादव स्वामी से बेहद नाराज हैं और कल पार्टी की तरफ इसे लेकर प्रेस वार्ता भी की जा सकती है. अखिलेश के अलावा पार्टी के कई विधायक भी मौर्य के इस बयान से खुद को अलग रख रहे हैं.

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सूत्रों की मानें तो कई विधायकों ने फोन पर अखिलेश यादव से बात की है. सपा एमएलसी के रामचरितमानस पर विवादित बयान से पार्टी के अंदर भारी असंतोष भी है. गौर करने वाली बात यह भी है कि सपा की ओर से अब तक स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का किसी तरह से खंडन करने या रामचरितमानस पर दिए गए बयान की निंदा करने वाला बयान सामने नहीं आया है. सपा के ज्यादातर पार्टी प्रवक्ताओं ने इस पर चुप्पी साध ली है और सभी को अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया का इंतजार है.

अखिलेश दे सकते हैं जवाब

पार्टी नेताओं का कहना है कि खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष इस मुद्दे पर अपनी बात जनता के सामने रख सकते हैं. लेकिन पार्टी के भीतर ये चर्चा जरूर है कि अगर रामचरितमानस में यह चौपाई लिखी है तो फिर क्यों न बीजेपी से पूछा जाए कि क्या वह इन चुनिंदा चौपाइयों से सहमत है!

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पार्टी को होगा नुकसान तो दलितों में जाएगा अच्छा संदेश

जानकारों की मानें तो इस बयान के दो पहलू हैं, एक इसका धार्मिक पहलू है और दूसरा सामाजिक. सपा के भीतर दोनों पहलुओं पर विचार हो रहा है. पार्टी का मानना है कि ऐसे बयान से पार्टी को नुकसान हो सकता है. वहीं, सपा का अंबेडकरवादी जो धड़ा है उसका मानना है कि इस बहाने अगर दलितों, महिलाओं और पिछड़ों के बारे में इस धर्म ग्रंथ में कुछ लिखा गया है तो उस पर बहस होने देना चाहिए. इसमें कोई बुराई नहीं.

BJP ने बताया सपा का एजेंडा

वहीं बीते दिन बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा था कि स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान समाजवादी पार्टी का एजेंडा है. वह तुष्टिकरण और हिंदुओं को अपमानित करने के लिए जानबूझकर रामचरितमानस का अपमान कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा में थे, तब ऐसी बदजुबानी नहीं करते थे. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद के बयान का खामियाजा सपा को भुगतना पड़ेगा. चुनावों में जनता ईवीएम का बटन दबाकर इसका जवाब देगी.

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