
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में अपना दल (कमेरावादी) के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन जारी रहेगा और आश्वासन दिया कि उसे पूरा सम्मान दिया जाएगा. लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपना दल (कमेरावादी) के स्थापना दिवस समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि दोनों पार्टियों का लक्ष्य एक ही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि हम एक साथ आए हैं, अगर गठबंधन ऐसे ही चलता रहा, तो आने वाले समय में बदलाव होना तय है. हमें जो कुछ भी विरासत में मिला है, उसे आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाना और उसे बेहतर और मजबूत बनाना हमारी जिम्मेदारी है. सपा प्रमुख ने कहा कि हम 2024 का लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगे और आप लोग जिस विश्वास के साथ हमारे साथ आए हैं, हम उसका पूरा सम्मान करेंगे.
सपा अध्यक्ष ने अपना दल (कमेरावादी) के नेताओं को इवेंट में आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि समाजवादी और कमेरावादी लंबे समय से जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जाति जनगणना के बिना सामाजिक न्याय अधूरा है. जाति जनगणना कराने से समाज में सभी जातियों की संख्या पता चल जाएगी, जिससे उन्हें जनसंख्या के अनुपात में अधिकार और सम्मान मिलेगा.
अखिलेश ने कहा कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और अपना दल के संस्थापक सोनेलाल पटेल ने गरीबों, दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों को जगाने का काम किया और उनके लिए संघर्ष किया. हमें दोनों नेताओं द्वारा दिखाए गए संघर्ष के रास्ते पर आगे बढ़ना है. उन्होंने कहा कि जो लोग आज सत्ता में हैं, वे PDA- यानी पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक की ताकत को नहीं जानते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि 2022 के चुनाव में हारने के बावजूद बीजेपी धोखे से सत्ता में बनी रही.
इस दौरान पल्लवी पटेल ने कहा कि अपना दल को व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई को तेजी से आगे बढ़ाने की जरूरत है. अपना दल की स्थापना अपना दल (कमेरावादी) अध्यक्ष कृष्णा पटेल के पति और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पिता सोनेलाल पटेल ने 4 नवंबर 1995 को की थी.
अपना दल (कमेरावादी) ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव सपा के साथ गठबंधन में लड़ा. हालांकि पार्टी अध्यक्ष कृष्णा पटेल सहित उसके सभी उम्मीदवार हार गए थे, कृष्णा पटेल की बड़ी बेटी पल्लवी पटेल ने समाजवादी पार्टी के सिंबल पर कौशांबी जिले की सिराथू सीट से जीत हासिल की थी.
बता दें कि इस दौरान 'मिले मुलायम-सोनेलाल' यानी यादव+कुर्मी के साथ पोस्टर के जरिए सियासी संदेश दिया गया. यूपी में ओबीसी का सबसे बड़ा हिस्सा इन्हीं दो जातियों का है. यूपी में हर राजनीतिक दल कुर्मी समुदाय को लुभाने की कोशिश कर रहा है.