Advertisement

लखनऊ: JPNIC जाने पर अड़े अखिलेश, RAF के साथ महिला पुलिस तैनात, एंट्री नहीं मिलने पर हंगामा

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव गुरुवार रात जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) पहुंचे. उन्होंने योगी आदित्यनाथ सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने प्रवेश रोकने के लिए इसके मुख्य द्वार को टिन की चादरों से ढक दिया है. 11 अक्टूबर को जयप्रकाश नारायण की जयंती है.

अखिलेश यादव देर रात जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर पहुंचे. (Photo: X) अखिलेश यादव देर रात जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर पहुंचे. (Photo: X)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 11 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 10:19 AM IST

उत्तर प्रदेश में जयप्रकाश नारायण (JP) की जयंती को लेकर सियासत शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह उन्हें जेपी की मूर्ती पर माल्यार्पण करने नहीं दे रही है. उन्होंने यह भी कहा है कि सरकार कुछ छिपा रही है. हालांकि, आज फिर अखिलेश जेपी इंटरनेशनल सेंटर जाने वाले हैं.

Advertisement

दरअसल, आज जेपी की जयंती (11 अक्टूबर) से पहले गुरुवार रात अखिलेश यादव लखनऊ में स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) पहुंचे. लेकिन वहां टीन शेड लगा होने के कारण वह जेपी की मूर्ती के करीब तक नहीं पहुंच सके. अखिलेश यादव ने इस कदम का विरोध करते हुए यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है.

'मुझे अंदर जाने से रोकने के लिये ढक दिया गेट'

अखिलेश यादव ने कहा,'मुझे अंदर जाने से रोकने के लिये मुख्य द्वार को टीन की चादरों से ढक दिया गया. बता दें कि लखनऊ पुलिस ने JPNIC को भारी बैरिकैडिंग से ढक दिया है. पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. ताकी कोई गेट तक ना पहुंच पाए. इस बीच JPNIC के गेट पर सपा ने एक पोस्टर लगाया दिया है, जिसमें जय प्रकाश नारायण को शत शत नमन लिखा गया है.'

Advertisement

क्या सरकार इसे बचने की तैयारी कर रही है: अखिलेश

अखिलेश यादव ने सेंटर के बाहर मीडिया से कहा, 'यह JPNIC, समाजवादियों का संग्रहालय, जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा और इसके अंदर ऐसी चीजें हैं, जिनसे हम समाजवाद को समझ सकते हैं. ये टीन शेड लगाकर सरकार क्या छिपा रही है. क्या यह संभव है कि वे इसे बेचने की तैयारी कर रहे हैं या किसी को देना चाहते हैं?' ऑनलाइन शेयर किए गए एक वीडियो के मुताबिक, यहां पहुंचने पर अखिलेश ने एक चित्रकार से टीन की चादरों पर 'समाजवादी पार्टी जिंदाबाद' लिखने को कहा. बता दें कि पिछले साल अखिलेश यादव को परिसर में स्थित जय प्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए गोमती नगर के JPNIC के गेट पर चढ़ना पड़ा था.

भाजपा पर अखिलेश का हमला

यह पूछे जाने पर कि क्या वह जेपी को श्रद्धांजलि देने के लिए आज सेंटर में आएंगे, यादव ने कहा, 'हम आज कार्यक्रम तय करेंगे. वे इसे कब तक टिन शेड के पीछे बंद रखेंगे.' बाद में एक्स पर एक पोस्ट में, सपा अध्यक्ष ने भाजपा के शासन को 'आजादी का दिखावटी अमृतकाल' बताया और बंद को पार्टी की 'बंद सोच' का प्रतीक बताया. 'भाजपा देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले जयप्रकाश नारायण जी जैसे हर स्वतंत्रता सेनानी के प्रति द्वेष और दुश्मनी रखती है.

Advertisement

'यह भाजपा के अंदर का अपराधबोध है, जिसके सदस्यों ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग नहीं लिया, जो उन्हें क्रांतिकारियों को उनकी जयंती पर भी श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं देता है. उन्होंने कहा, 'यह निंदनीय है!' 

इससे पहले दिन में समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें कुछ कार्यकर्ता JPNIC के मुख्य द्वार के सामने टीन की चादरें बिछाते हुए दिखाई दे रहे थे.

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने कहा- अखिलेश का वहां जाना ठीक नहीं

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अखिलेश के कार्यक्रम को लेकर के पत्र जारी किया है. इसमें लिखा है, 'JPNIC एक निर्माण स्थल है, जहां निर्माण सामग्री बेतरतीब ढंग से फैली हुई है और बारिश के कारण कई कीड़े होने की संभावना है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है, जिसके कारण सुरक्षा कारणों से उनके लिए प्रतिमा पर माल्यार्पण करना और JPNIC का दौरा करना सुरक्षित और उचित नहीं है.'

भाजपा सरकार लगातार लोकतंत्र पर हमला कर रही: अखिलेश

अखिलेश यादव ने X पर कहा, 'भाजपा सरकार लगातार लोकतंत्र पर हमला कर रही है!' पार्टी ने इस रोक को भारतीय जनता पार्टी की 'गंदी राजनीति' का उदाहरण बताया. 'इस जनविरोधी सरकार ने लखनऊ में बने जेपीएनआईसी जैसे विकास कार्यों को बर्बाद करके महापुरुषों का अपमान किया है. समाजवादी इन तानाशाहों के आगे नहीं झुकेंगे!' 

Advertisement

लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार को इमारत के आसपास यातायात प्रतिबंध की घोषणा की. जेपीएनआईसी का उद्घाटन अखिलेश यादव ने 2016 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान किया था. हालांकि, 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इमारत पर काम रोक दिया गया था. इमारत में अन्य संरचनाओं के अलावा जयप्रकाश नारायण व्याख्या केंद्र, एक संग्रहालय भी है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement