
उत्तर प्रदेश में सारस के साथ दोस्ती को लेकर चर्चा में रहने वाले आरिफ एक बार फिर पक्षी प्रेम की वजह से सुर्खियों में हैं. सारस के बाद आरिफ को चोटिल अवस्था में एक बाज मिला है, जो आरिफ का घर छोड़कर कहीं नहीं जा रहा है. साथ ही आरिफ के साथ बाज की गहरी दोस्ती हो गई है. अब बाज आरिफ के परिजनों के साथ घुलमिल गया है.
जामो विकासखंड के मंडखा गांव के रहने वाले आरिफ की दोस्ती एक चोटिल बाज से हो गई है. चोटिल अवस्था में बाज आरिफ को एक महीने पहले मिला था, जिसका इलाज कराने के बाद आरिफ ने उसको छोड़ दिया था. मगर, बाज आरिफ का घर छोड़कर जाने को तैयार नहीं है और आरिफ और बाज की दोस्ती एक बार फिर इलाके में चर्चा का विषय बन गई है.
चोटिल अवस्था में आरिफ को मिला था बाज
वहीं, बाज की दोस्ती को लेकर आरिफ ने बताया कि सारस के जाने के बाद यह बाज हमको चोटिल अवस्था में मिला. इसका इलाज कराने के बाद उसको छोड़ दिया था. लेकिन, यह मुझे छोड़कर नहीं जा रहा है. यह दिन भर घर के आसपास रहता है. कहीं जाता नहीं है. सारस को हमसे अलग कर दिया गया था. यह राजकीय पक्षी नहीं है, इसलिए शायद अलग न हो और प्रेम की कोई भाषा नहीं होती है.
आरिफ और सारस कैसे बने थे दोस्त?
बता दें कि, अमेठी के जामो विकासखंड के मंडखा गांव निवासी आरिफ सोशल मीडिया पर तब चर्चा में आ गए, जब एक सारस पक्षी के साथ उनकी तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगी थी. दोनों की दोस्ती की खूब चर्चा हुई. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी मंडखा जाकर आरिफ और सारस से जाकर मुलाकात की थी.
इस मामले के चर्चा में आने पर प्रभागीय वनाधिकारी (अमेठी) डीएन सिंह ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर सारस को उसके प्राकृतिक वास समसपुर पक्षी विहार (रायबरेली) में छोड़े जाने की अनुमति मांगी थी.
(रिपोर्ट: अभिषेक त्रिपाठी)