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बड़ा खुलासा, उमेश पाल की हत्या से 13 दिन पहले जेल में अशरफ की हुई थी गुर्गों से खास मुलाकात

उमेश पाल की हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक हत्या से ठीक 13 दिन पहले यानी 11 फरवरी को बरेली जेल में बंद अशरफ ने एक ही पहचान पत्र पर अपने कई गुर्गों से खास मुलाकात की थी. इस मामले में सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद अब पुलिस ने उसे हाई सिक्योरिटी बैरक में बंद कर दिया है.

उमेश पाल की हत्या से पहले गुर्गों की मुलाकात उमेश पाल की हत्या से पहले गुर्गों की मुलाकात
संतोष शर्मा
  • प्रयागराज,
  • 12 मार्च 2023,
  • अपडेटेड 12:21 PM IST

उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के परिवार पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है. अब इस हत्याकांड को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने से पहले बरेली जेल में अशरफ के गुर्गों ने 11 फरवरी को उससे मुलाकात की थी. इसके बाद 24 फरवरी को दिनदहाड़े उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी.

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इतना ही नहीं अतीक के बेटे असद और उसके दोस्त अजहर की आईडी पर अशरफ के गुर्गों की ये खास मुलाकात हुई थी. नियम के मुताबिक एक पहचान पत्र पर 3 लोग ही मुलाकात कर सकते थे लेकिन बंदी रक्षक शिव हरी अवस्थी की मदद से अशरफ से एक आईडी पर कई लोग मुलाकात करने आते थे.

एक ही आईडी पर कई लोगों की मुलाकात

इस बात की पुष्टि बरेली जेल के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद हुई है. सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक 11 फरवरी को असद समेत 9 लोगों ने अशरफ से मुलाकात की थी. 11 फरवरी को मुलाकात करने वाले लोगों में बरेली के भी कई लोग शामिल थे.

रिपोर्ट के मुताबिक अतीक के बेटे असद के साथ मुलाकात करने वालों में मोहम्मद गुलाम, अजहर के साथ सद्दाम और लल्ला गद्दी भी शामिल था. बरेली जेल के एंट्री रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज से बाकी मुलाकातियों की शिनाख्त की जा रही है.

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जेल के दो कर्मचारी हो चुके हैं गिरफ्तार

बरेली जेल में अशरफ को विशेष सुविधा पहुंचाने के मामले में पुलिस पहले ही दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें जेल आरक्षी शिवहरि और जेल की कैंटीन में सब्जी की सप्लाई करने वाला दयाराम उर्फ नन्हें शामिल है. 

एक अन्य एफआईआर सद्दाम के नाम से दर्ज है. वह बाहुबली अतीक अहमद के भाई अशरफ का साला है. सद्दाम ने बरेली में अपना नाम मुस्ताक बताकर फर्जी पता दिखाकर मकान किराये पर लिया था. उसी मकान में सद्दाम और उसके कुछ अन्य साथी रहते थे. इस मकान पर जब पहुंचकर देखा गया, तो वह नीचे बंद था, वहीं ऊपरी मंजिल पर दूसरे अन्य किराएदार थे.

बता दें कि बरेली जेल में बंदी रक्षकों की मदद से अशरफ की हो रही गैरकानूनी मुलाकात के बाद अतीक के कुनबे को सीसीटीवी की निगरानी में हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है.

बरेली जेल में बंद अशरफ को हाई सिक्योरिटी बैरक में भेज दिया गया है जहां उसे अकेला रखा गया है. इतना ही नहीं अशरफ की किसी से मुलाकात पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगाई गई है. उस पर सीसीटीवी के जरिए 24 घंटे नजर रखी जा रही है.

अतीक के बेटों पर कड़ी नजर

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बरेली जेल से सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद प्रयागराज की नैनी जेल में बंद अतीक के बेटे अली अहमद को भी हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया है जहां उसे किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं होगी. अली के बैरक की सीसीटीवी फीड डीजी जेल के कंट्रोल रूम को भेजी जा रही है. 

लखनऊ जेल में बंद अतीक के दूसरे बेटे उमर अहमद को भी बैरक में अकेला रखा गया है. उस पर भी 24 घंटे सीसीटीवी के जरिए निगरानी रखी जा रही है और किसी से भी मिलने पर पाबंदी लगा दी गई है.

24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या

उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों पर केस दर्ज कराया था. इस मामले में पुलिस और एसटीएफ की कई टीमें जांच कर रही है.

 

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