
प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी अतीक अहमद का करीबी नफीस पुलिस मुठभेड़ में घायल हो गया है. नफीस पर प्रयागराज पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. उमेश पाल हत्याकांड में शूटरों को नफीस ने ही कार मुहैया कराई थी.
बताया गया है कि पुलिस और नफीस के बीच मुठभेड़ लखनऊ से प्रयागराज जाने के रास्ते में नवाबगंज थाना क्षेत्र के अमापुर में हुई. इस दौरान पुलिस की गोली से वह घायल हुआ है. उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 24 फरवरी 2023 को धूमनगंज इलाके में उमेश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. शूटर जिस क्रेटा कार से आए थे वह कार नफीस की ही थी.
अतीक और अशरफ का करीबी था नफीस
नफीस अतीक अहमद के छोटे भाई अशरफ का बेहद करीबी था. अशरफ ने ही नफीस को नॉनवेज प्वाइंट के लिए सिविल लाइंस में जगह मुहैया कराई थी. उसने नफीस बिरयानी के नाम से प्रयागराज में कई नॉनवेज आउटलेट खोल रखे थे.
नफीस ने रुखसार नाम के व्यक्ति के नाम पर अपनी कार ट्रांसफर कर दी थी, लेकिन कार हमेशा नफीस और असद ही यूज किया करते थे. उमेश पाल हत्याकांड के बाद नफीस पर प्रयागराज पुलिस ने 50 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था. अब प्रयागराज पुलिस को नफीस के साथी रुखसार की तलाश है.
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
गौरतलब है कि बदमाशों ने बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल पर 24 फरवरी को गोलीबारी कर दी थी. उमेश पाल गाड़ी से निकलकर जब अपने घर की ओर भागे, तब बदमाशों ने उनको निशाना बनाकर बम भी फेंके थे. इस हमले में गंभीर रूप से घायल उमेश पाल और उनके दो गनर को आसपास के लोगों ने उपचार के लिए तत्काल स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल पहुंचाया था, जहां उपचार के दौरान तीनों की मौत हो गई थी.
उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद का नाम सामने आया था. अतीक अहमद और अशरफ अहमद पर उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगा था. उमेश पाल की हत्या के अगले उनकी पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, अशरफ अहमद, शाइस्ता, असद के साथ ही शूटर अरमान, गुलाम, गुड्डू मुस्लिम और साबिर के खिलाफ केस दर्ज किया था. इनमें से अतीक और अशरफ समेत छह आरोपी मारे जा चुके हैं. शाइस्ता और गुड्डू मुस्लिम समेत तीन आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.