
बाहुबली अतीक अहमद के बेटे का कथित पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पत्र पर नीचे अतीक के पुत्र अली अहमद का नाम है. अली अभी नैनी जेल में बंद है. पत्र एक प्रिंटिंग हाउस से छपा है, जिसमें लोगों से स्थानीय चुनावों (यूपी निकाय चुनाव) में भाजपा और सपा को वोट नहीं देने के लिए कहा गया है.
हालांकि पत्र में समर्थन के लिए किसी पार्टी का जिक्र नहीं है. पत्र में कहा गया है कि पुलिस मेरे भाई, पिता और चाचा को पहले ही मुठभेड़ में मार चुकी है और अब वे मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस एनकाउंटर के लिए मेरी मां शाइस्ता परवीन की तलाश कर रही है. कृपया किसी के बहकावे में न आएं और मैंने जो लिखा है उस पर ध्यान दें. मैं अतीक अहमद का बेटा आपका समर्थन चाहता हूं.
सीएम योगी और अखिलेश का नाम
पत्र में कहा गया है कि मेरे घर के लोगों के एनकाउंटर में जितना हाथ भाजपा और योगी आदित्यनाथ का है उतना ही समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव का है. पत्र में लिखा गया है कि मुसलमान भाई एक हो जाएं. अब हम मुसलमान किसी के बहकावे में नहीं आएंगे.
बेटों पर रंगदारी का केस
उल्लेखनीय है कि अतीक अहमद के जेल में बंद दो बेटों उमर, अली समेत छह लोगों पर रंगदारी मांगने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. रिपोर्ट बिल्डर मोहम्मद मुस्लिम की तहरीर पर लिखी गई है.
आरोप है कि उमर, अली, असाद कालिया, अजय, एहतेशाम व नुसरत ने उसे गाड़ी में खींचकर किडनैप किया और चकिया स्थित कार्यालय पर लेजाकर पीटा गया, जमीन नाम करने का दबाव बनाया गया और ना देने पर जान से मारने की धमकी दी गई.
जानकारी के मुताबिक मोहम्मद मुस्लिम का आरोप है कि प्रयागराज के देवघाट में उसकी बेशकीमती पैतृक जमीन है. इसकी कीमत 15 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. अतीक उसको लेना चाहता था जबकि मोहम्मद मुस्लिम इसके लिए राजी नहीं था. उसे धमकाया व प्रताड़ित किया गया .इसी को लेकर 2007 में वह लखनऊ चला गया. हालांकि इसके बाद भी प्रताड़ित किया जाता रहा. अतीक के बेटे ने उस दौरान वॉट्सएप पर मोहम्मद मुस्लिम को तस्वीर भेजी.
मोहम्मद मुस्लिम भी हिस्ट्रीशीटर
हालांकि मो. मुस्लिम खुद प्रयागराज के खुल्दाबाद थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उस पर कुल 16 मुकदमे धूमनगंज, कर्नलगंज, खुल्दाबाद, करेली में दर्ज हैं. उस पर लखनऊ के वजीरगंज थाने में भी केस दर्ज है. मो. मुस्लिम पर गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है. पिछले साल उमेश पाल ने भी उस पर एक करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में नामजद कराया था.
अतीक अहमद के दफ्तर में मिले खून के धब्बे किसके थे?
उधर, अतीक अहमद के प्रयागराज स्थित दफ्तर में मिले खून के धब्बों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. यूं तो ये बात पहले ही साफ हो गई थी कि खून किसी जानवर का नहीं बल्कि इंसान का है, लेकिन अब पुलिस ने ये भी पता लगा लिया है कि आखिर ये खून किसका था. इस मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी किया है, उसी का ये खून बताया जा रहा है.
दफ्तर में खून के धब्बे, खून से सना दुपट्टा और एक चाकू मिला था
बता दें कि चकिया स्थित अतीक अहमद के दफ्तर में खून के धब्बे, खून से सना दुपट्टा और एक चाकू मिला था. शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने बताया था कि खून के धब्बे एक से दो दिन पुराने थे. एफएसएल की रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया कि ये खून के धब्बे किसी इंसान के ही हैं. शुरुआत में पुलिस आशंका जता रही थी कि यहां किसी का कत्ल किया गया होगा या किसी ने आत्महत्या की थी. मगर, सवाल यह भी है कि अगर हत्या हुई थी या सुसाइड किया गया था, तो लाश कहां गई.
शाहरुख नाम का शख्स गिरफ्तार
मामले की छानबीन करते हुए पुलिस उस शख्स तक पहुंच गई, जिसका ये खून था. उसका नाम शाहरुख है, जो अपने साथी के साथ लोहा चोरी करने के इरादे से अतीक के दफ्तर में घुसा था. इसी दौरान उसे चोट लगी और खून फर्श पर गिर गया. पुलिस ने शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है. आगे की जांच के लिए उससे पूछताछ की जा रही है.
शाइस्ता की तलाश में पुलिस
उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार चल रही है. पुलिस तमाम कोशिशों के बाद भी उसका पता नहीं लगा सकी है. बताया जा रहा है कि शाइस्ता पुलिस से बचने के लिए पता बदल रही है, पहचान बदल रही है और भेष बदल रही है. सूत्रों के मुताबिक, अब शाइस्ता पर इनाम बढ़ाने की भी तैयारी हो रही है. शाइस्ता पर इनाम 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार किया गया था. अब उस इनाम को बढ़ाकर एक लाख करने की तैयारी चल रही है.