
माफिया अतीक अहमद उत्तर प्रदेश पहुंच चुका है. गुजरात के साबरमती से यूपी तक अतीक की यात्रा सुखद ही रही है, लेकिन इस पूरी यात्रा के दौरान अतीक अहमद सहमा सहमा रहा है. गाड़ी पलटने से लेकर एनकाउंटर तक की आशंका में अतीक अहमद का पूरा सफर डर के बीच गुजरा है. चलिए आपको बताते हैं कि कब-कब बढ़ी अतीक अहमद की धड़कन.
माफिया अतीक अहमद की प्रयागराज यात्रा, साबरमती से शुरू हुई तो सलाखों से बाहर पांव रखते ही हत्या का डर उसके चेहरे पर था. जिस अपराधी के गुनाहों की फेहरिस्त सैकड़ा पार करती है, उसकी आंखों में मौत की आशंका वाली दहशत दिख रही थी. अतीक के साथ उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल 45 की टीम चल रही है.
अभेद सुरक्षा घेरे में उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ता काफिला शाम 7 बजे हिम्मतनगर पहुंच चुका था. अतीक अहमद के काफिले के साथ यूपी पुलिस की टीम के अलावा मीडिया के वाहनों की लंबी कतार थी. साथ ही अतीक के परिवार वाले भी उसके काफिले के साथ थे.
रात- 9 बजे, जगह- ऋषभदेव उदयपुर हाइवे
रात के करीब 9 बजे अतीक को लेकर जा रही यूपी पुलिस का काफिला ऋषभदेव उदयपुर हाइवे पर जैसे ही रुका अतीक की धड़कन बढ़ गई. अतीक अहमद का काफिला वॉशरूम ब्रेक के लिए रुका तो अतीक बेहद सहमा सहमा दिख रहा था. पुलिस वाले उसे पकड़ कर ले जा रहे थे. धीमे कदमों से वो पुलिस वैन में चढ़ रहा था.
रात-10.36 बजे, जगह- उदयपुर
उदयपुर में पेट्रोल पंप पर जब एक बार फिर यूपी पुलिस का काफिला पेट्रोल लेने के लिए रुका तो अतीक की धड़कन बढ़ गई. हालांकि रिफ्यूलिंग के बाद पुलिस का काफिला अतीक को लेकर आगे की तरफ बढ़ चुका था और रात डेढ़ बजे के करीब कोटा पहुंच चुका था. अतीक अहमद का काफिला आगे बढ़ा जा रहा था.
सुबह 7-30 बजे, जगह- शिवपुरी
रात करीब साढ़े तीन बजे राजस्थान की सरहद से बाहर निकलते हुए पुलिस का काफिला मध्य प्रदेश की ओर बढ़ गया था. मध्य प्रदेश के शिवपुरी में अतीक अहमद के दिल की धड़कन एक बार फिर तेज हो गई जब पुलिस के काफिले से गायों का एक झुंड टकरा गया. हादसे में गौवंश के जख्मी होने के बाद काफिला थोड़ी देर के लिए रुका.
पलटने से बची अतीक अहमद की गाड़ी
अतीक अहमद का काफिला जैसे ही खराई चेकपोस्ट से होकर गुजरा वहां पुलिस वैन के सामने एक गाय आ गई. यह गाय अतीक अहमद की वैन से टकरा गई, जिससे गाय की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. गनीमत रही कि वैन पलटने से बच गई. उसके बाद पूरे काफिले को कुछ देर के लिए रोका गया और फिर यूपी के रवाना हुआ.
सुबह 9 बजे, जगह- झांसी
27 मार्च की सुबह अतीक अहमद उत्तर प्रदेश की सरहद में दाखिल हो चुका था. सबसे पहले झांसी की सीमा में घुसते ही अतीक की धड़कन एक बार फिर बढ़ी. अतीक अहमद को झांसी पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां काफिला करीब एक घंटे तक रुका रहा. बाहर खड़ी अतीक की बहन की टेंशन बढ़ती जा रही थी. करीब एक घंटे के स्टॉप के बाद काफिला प्रयागराज के लिए निकला.
दोपहर-12 बजे, जगह- जालौन
अतीक अहमद का काफिला एक बार रूका. जैसे ही एक पेट्रोल पंप पर काफिला रूका तो पुलिसवालों ने अतीक के वैन को घेर लिया. यहां भी अतीक बेचैन ही दिखा. गाड़ियों की रिफ्यूलिंग कराई गई. करीब आधे घंटे तक काफिला रूका. इस दौरान अतीक वैन में ही बैठा रहा. काफिले के पीछे सैकड़ों गाड़ियां हैं.
हालांकि अतीक अहमद ने अपनी जान को खतरे का इतना शोर मचा रखा था कि उत्तर प्रदेश की पुलिस उसे पूरी हिफाजत के साथ प्रयागराज तक पहुंचाने के मुहिम पर थी. दूसरी ओर अतीक के घरवाले लगातार उसके एनकाउंटर की आशंका जाहिर करते जा रहे थे.