
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य पूरी क्षमता के साथ एक बार फिर से शुरू हो गया है. मंदिर के निर्माण कार्य और राम भक्तों के दर्शन के बीच इस तरह संयोजन बैठाया गया है, जिससे दोनों काम बाधित न हों. यही कारण है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले 15 जनवरी को जो मंदिर के निर्माण कार्य लगभग थम गए थे, उनको अब फिर से पंख लग गए हैं.
बताया जा रहा है कि श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य अपनी तय समय सीमा के अंदर पूरा हो सकेगा. श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण कार्य तीन चरणों में पूरा होना है. पहले चरण का कार्य भूतल के निर्माण और गर्भगृह में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के साथ पूरा हो चुका है.
2025 तक पूरा बनकर तैयार होगा मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि अब द्वितीय चरण में इसके ऊपर की तल का निर्माण 2024 तक पूरा हो जाएगा. इसी में राम दरबार की स्थापना की जाएगी. वहीं, परिसर में होने वाले अन्य निर्माण कार्यों के साथ साल 2025 के अंत तक मंदिर निर्माण के शेष कार्य पूरे हो जाएंगे.
इस तरह तीन तल का श्री राम जन्मभूमि मंदिर उसके चारों तरफ परकोटा और समरसता को प्रदर्शित करने वाले रामायण कालीन पात्रों के अन्य मंदिर भी बनकर तैयार हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि 15 जनवरी को काम रोक दिया गया था क्योंकि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होना था.
अवकाश के बाद फिर लौटे कामगार
कामगारों को एक महीने का अवकाश दिया गया था. अवकाश का समय पूरा हो चुका है. सभी कामगार 15 फरवरी को वापस श्री राम जन्मभूमि मंदिर पहुंच चुके हैं और अब निर्माण कार्य पूरी क्षमता से शुरू हो गया है, जिससे तय समय सीमा के अंदर श्री राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो सके. उसी की तैयारी की जा रही है.