
अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. उद्घाटन की तारीख भी आ चुकी है. इस बीच श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों पर 'आज तक' से एक्सक्लूसिव बातचीत की. इसमें उन्होंने बताया कि भगवान राम के किस स्वरूप को मंदिर में विराजित किया जाएगा.
भगवान राम का बालरूप में दर्शन होगा
चंपत राय ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियों के कई चरण हैं. रामलला 5 वर्ष के बालक के रूप में होंगे. इसके लिए तीन मूर्तिकार मूर्ति बना रहे हैं. जिस प्रतिमा को रामलला चाहेंगे वो स्थापित होगी. तीनों प्रतिमाएं बन जाने के बाद इसका फैसला होगा. भगवान राम का बालरूप में दर्शन होगा. रामलला की प्रतिमा की ऊंचाई आदि तय करने में खगोल विज्ञानियों की राय भी ली गई है, ताकि सूर्य की पहली किरण उनके ललाट पर पड़े.
गर्भगृह पूरी तरह से तैयार हो चुका है
जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव ने आगे बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी का दूसरा चरण ये है कि गर्भगृह पूरी तरह से तैयार हो चुका है. इसमें रामलला विराजमान होंगे. मंदिर बनता रहेगा. फर्श पूरी कंप्लीट हो जाए ये कोशिश हम कर रहे हैं. उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री जी को आमंत्रित किया गया है.
बकौल चंपत राय- अयोध्या आने वाले अन्य अतिथियों की सूची पर बात हो रही है पर अभी फाइनल नहीं हुई है. उन अतिथियों के नामों का अभी अभी जिक्र करना ठीक नहीं है. हां, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बहुत ज़्यादा राम भक्तों के आने की उम्मीद है. इतने ज्यादा लोग अयोध्या में कहां और कैसे रुकेंगे? इनके लिए भोजन-पानी की व्यवस्था कैसे होगी? इसपर मंथन चल रहा है.
उन्होंने कहा कि सरकार की भी अपनी एक मर्यादा है ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा उत्सव और इसके प्रबंध को दूसरे लोगों को हाथ में लेना पड़ेगा. सिर्फ सरकार से ये अपेक्षा ठीक नहीं है. हर गांव में लोग मंदिरों में आयोजन करें और वहीं से रामलला के उत्सव को देखा जाए इसकी कोशिश की जा रही है.
पीएम मोदी की मौजूदगी में होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा
हाल ही में मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया था कि तीन मंजिला राम मंदिर के भूतल का निर्माण दिसंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा और प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगी. वहीं, राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास जी महाराज ने बताया कि 15 जनवरी से 24 जनवरी को अनुष्ठान होगा. हमारी ओर से PMO को पत्र लिखा गया और इसपर जवाब भी आ गया है. अब यह तय हो चुका है कि 22 तारीख को पीएम मोदी अयोध्या आएंगे, तो प्राण प्रतिष्ठा 22 तारीख को ही होगी.
12 घंटे में दर्शन करेंगे 75 हजार लोग
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा का कहना है कि हमारा मौजूदा अनुमान है कि लगभग 12 घंटे में 70000 से 75000 लोग रामलला के दर्शन कर सकते हैं. अगर मंदिर 12 घंटे के लिए खुलता है तो लगभग 75000 लोग दर्शन कर सकते हैं, जिसका मतलब है कि एक भक्त लगभग एक मिनट तक रामलला का दर्शन कर सकेगा. अनुमान ये भी है कि अगर आगे एक दिन में 1.25 लाख भक्तों की भीड़ जुटती है तो दर्शन के समय की अवधि लगभग 20 सेकंड घट सकती है.
मंदिर के गर्भगृह में एक चबूतरा बनाया जाएगा. इसी चबूतरे पर रामलला की मूर्ति को स्थापित किया जाएगा. रामलला की ये मूर्ति 51 इंच की होगी. जबकि, राम जन्मभूमि क्षेत्र में 2.7 एकड़ में राम मंदिर बन रहा है. ये तीन मंजिला होगा और इसकी ऊंचाई 162 फीट होगी.