
बहराइच के महाराजगंज कस्बे में जहां पूरी घटना हुई, वहां के घरों और दुकानों के पास लाल मार्किंग पाई गई है. इन्हीं मकानों की ज़द में मुख्य आरोपी अब्दुल का घर भी आता है. ऐसे में इस बात की चर्चा होने लगी है कि आरोपियों के घर पर बुलडोजर चल सकता है. हालांकि, यह मार्किंग 2023 में की गई थी.
सड़क चौड़ीकरण के लिए लगा था निशान
जिन लोगों के घरों पर मार्किंग की गई थी, उन्हीं में उमाशंकर गुप्ता भी शामिल हैं. उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि उनके घर पर भी लाल निशान लगाया है. उन्होंने बताया कि एक साल पहले PWD वाले यहां आए थे, उन्होंने लाल निशान लगाए थे और कहा था सड़क चौड़ीकरण होना है.
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इस बीच सवाल उठ रहा है कि क्या बहराइच में बुलडोजर एक्शन हो सकता है. 2023 की कार्रवाई, जो सड़क के चौड़ीकरण को लेकर शुरू हुई थी क्या उसे आगे बढ़ाया जा सकता है. इसकी चर्चा लोगों के बीच होने लगी है.
13-14 अक्टूबर को हुई थी हिंसा
यूपी के बहराइच में 13-14 अक्टूबर को विसर्जन जुलूस के दौरान हुई हिंसा के बाद शुक्रवार को पुलिस ने पांच आरोपियों अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, तालीम व अफजल को सीजेएम प्रतिभा चौधरी के जजेज कालोनी स्थित आवास पर पेश किया. जहां से सीजेएम ने आरोपियों को 14 दिनों की रिमांड पर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया.
वहीं, हिंसा के पांचवें दिन शहर में शांति वापस लौटती दिखाई पड़ रही है. शहर कोतवाली के मुख्य बाजार घंटाघर पर हिंसा के बाद जुमे की पहली नमाज के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. हर चौक चौराहों पर पुलिस की कड़ी पहरेदारी थी. शहर की सभी प्रमुख मस्जिदों पर मुस्लिम समाज के लोगों ने शांतिपूर्ण तरह से नमाज अदा की. इस दौरान डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, सिटी पुलिस क्षेत्राधिकारी रमेश पांडेय लगातार शहर भर में भ्रमण करते रहे.
हिंसा में राम गोपाल मिश्रा की हो गई थी मौत
13 अक्टूबर की शाम हरदी थाना क्षेत्र के महराजगंज बाजार में विसर्जन जुलूस में मामूली कहासुनी के बाद दुर्गा प्रतिमा पर पथराव व धार्मिक झंडा उतारने से उपजे विवाद में गोली चलने से युवक रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई थी. जिसमें पुलिस ने गुरुवार को पांच मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. जिनमें सरफराज व तालीम के नानपारा कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नानपारा रूपईडीहा हाइवे पर बड़ी नहर के पास पुलिस से हुई मुठभेड़ में पैरों में गोली लग गई थी. उन्हें बहराइच मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था. वहीं अन्य तीन आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम व अफजल को पुलिस हिरासत में रखा गया था. जबकि शुक्रवार को पुलिस रिमांड पेशी के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है.