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कानपुर में आवार सांड का आतंक, हमला कर बजरंग दल के नेता की ले ली जान

कानपुर में एक आवार सांड़ ने बजरंग दल के एक स्थानीय नेता की जान ले ली. दरअसल प्रखर शुक्ला अपने दोस्तों के साथ पनकी से जा रहे थे तभी सामने दो सांड़ आपस में लड़ रहे थे. इन लोगों ने बचने की कोशिश की लेकिन उनमें से एक ने दौड़कर प्रखर के सीने में अपनी सिंघ से टक्कर मार दी. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

ये सांकेतिक तस्वीर है ये सांकेतिक तस्वीर है
रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 03 नवंबर 2023,
  • अपडेटेड 2:55 PM IST

कानपुर में सड़कों पर घूमने वाले आवारा  सांड़ को पकड़ने के लिए नगर निगम अक्टूबर से अभियान चला रहा है. 1 अक्टूबर से लेकर 31 अक्टूबर तक 399 आवारा सांड़ पकड़ने का दावा किया है लेकिन फिर भी लोग इन आवारा जानवरों के शिकार बन रहे हैं.

गुरुवार को आवारा सांड़ ने पनकी में दोस्तों के साथ जा रहे एक व्यक्ति को अपनी सिंघों से टक्कर मारने के बाद कुचल दिया था. ये छात्र अपने इलाके का बजरंग दल खंड संयोजक भी था.

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दरअसल कानपुर में विद्यार्थी नगर का रहने वाला प्रखर शुक्ला गुरुवार को अपने दोस्तों के साथ पनकी से जा रहा थे तभी सामने दो  सांड़ आपस में लड़ रहे थे. इन लोगों ने बचने की कोशिश की लेकिन उनमें से एक ने दौड़कर प्रखर के सीने में अपनी सिंघ से टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि प्रखर उछल कर दूर जा गिरा.

 

घटना की सूचना मिलने के बाद प्रखर के पिता अनिल शुक्ला दौड़कर कर मौके पर आए और तुरंत बेटे को एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया. उसकी गंभीर हालत को देखते हुए  डॉक्टरों ने उसे हैलट अस्पताल रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

डॉक्टर ने मृतक का पोस्टमार्टम करना चाहा तो परिजनों ने इससे इनकार कर दिया और शव को लेकर अपने घर चले गए. वहीं बेटे की मौत के बाद उसके पिता अनिल शुक्ला का कहना है मेरे बेटे की जान नगर निगम की लापरवाही से गई है. वो जानवर पकड़ने का शहर में अभियान चला रहे हैं इसके बावजूद पनकी में आवारा सांड़ खुलेआम घूम रहे हैं.

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इस मामले में नगर निगम के पशु चिकित्सा अधिकारी आर के  निरंजन का कहना है शहर में आवारा पशुओं को पकड़ने का अभियान जोरदार तरीक से चल रहा है. 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक हमने 574 आवारा जानवर को पकड़ा है इसमें 399 आवारा सांड़ हैं जबकि 175  गायें हैं.  पनकी में हुई घटना के बाद हम वहां भी अब विस्तृत अभियान चलाएंगे जिसमें ऐसे जानवरों को पकड़ा जाएगा. वहीं पनकी के एसीपी टीबी सिंह का कहना है इस मामले में पीड़ितों द्वारा कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है.

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