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बलरामपुर: तेंदुए के हमले में मारा गया 10 साल का पोता, दादा की सदमे से मौत

बलरामपुर में तेंदुए के हमले में 10 साल के मासूम की मौत हो गई थी. पोते की मौत की खबर सुन उसके दादा भी सदमे में चले गए. अगले दिन उनकी भी मौत हो गई. बता दें, तेंदुए के हमले से इलाके में अब तक छह बच्चों की मौत हो चुकी है. जबकि सात बच्चे घायल हो चुके हैं.

परिवार में दो मौत से छाया मातम. परिवार में दो मौत से छाया मातम.
सुजीत कुमार
  • बलरामपुर,
  • 13 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 9:30 AM IST

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में तेंदुए के हमले से सोमवार को 10 साल के समीर अंसारी की मौत हो गई थी. पोते की मौत का सदमा उसके दादा बर्दाश्त नहीं कर पाए, जिस कारण मंगलवार को उनकी भी मौत हो गई. मामला हरैया थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव का है. वन अधिकारी एमबी सिंह ने बताया कि समीर नाम का यह बच्चा सोमवार को बकरियां चराकर गांव लौट रहा था तभी एक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया और उसे जंगल में ले गया.

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इसके बाद उसका शव गांव के पास एक झाड़ी में मिला. उधर, बच्चे की मौत से परिवार में मातम पसर गया. बच्चे के दादा मोर्रम अली तो पोते की मौत की खबर सुनकर इस कदर सदमे में चले गए कि मंगलवार को उनकी भी मौत हो गई. बता दें, तेंदुए के आतंक से पूरे इलाके में दहशत है.

तेंदुए के हमले में अब तक छह बच्चों की मौत हो चुकी है. जबकि, सात बच्चे घायल हो चुके हैं. तेंदुए के आतंक से निपटने के लिए वन विभाग के सारे प्रयास फेल हो रहे हैं. प्रभावित इलाकों में एक दर्जन से ज्यादा पिंजरे लगाए गए हैं लेकिन अभी तक तेंदुआ उन पिंजरो में कैद नहीं हो सका. इसके अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरा में भी तेंदुए की ट्रैपिंग का प्रयास किया जा रहा है. तेंदुए को ट्रेंकुलाइज करने के लिए शिकारियों की टीम भी लगाई गई है लेकिन अभी तक वन विभाग को कोई सफलता नहीं मिली है और तेंदुआ लगातार बच्चों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार रहा है. तेंदुए के आतंक से पूरा तराई का इलाका दहशतजदा है और अब धीरे-धीरे ग्रामीणों में आक्रोश भी पढ़ रहा है.

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