
यूपी के बांदा जिले की रहने वाली शहजादी को दुबई में फांसी दी जाएगी. आने वाले शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद शहजादी को सजा-ए-मौत दी जाएगी. ये बात शहजादी के पिता शब्बीर खान ने 'आजतक' को बताई है. शब्बीर का कहना है कि दुबई में आज सुबह एक जांच टीम शहजादी से मिलने जेल पहुचीं, जहां जांच-पड़ताल के बाद ये फैसला लिया गया है.
हालांकि, सरकार या बांदा के प्रशासनिक अफसरों को फांसी दिए जाने को लेकर कोई जानकारी नहीं है. वहीं, अपनी बेटी को बचाने के लिए शहजादी के माता-पिता ने एक बार फिर पीएम मोदी और सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
आपको बता दें कि शहजादी बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली है. उसे 2021 में प्लास्टिक सर्जरी के बहाने आगरा निवासी उजैर ने प्रेम जाल में फंसाकर दुबई भेजा था. दुबई में शहजादी उसके रिश्तेदारों के यहां रह रही थी. लेकिन इस बीच रिश्तेदार के मासूम बेटे की मौत के मामले में उसे फंसा दिया गया. बेटे की मौत के दो महीने बाद रिश्तेदारों ने शहजादी पर हत्या का आरोप लगा दिया.
सुनवाई के बाद दुबई की अदालत ने शहजादी को फांसी की सजा सुना दी. वहीं, शहजादी के माता-पिता लगातार भारत सरकार से बेटी की जान बचाने की गुहार लगाते रहे. 'आजतक' ने प्रमुखता से ये खबर दिखाई दी थी.
शहजादी के पिता शब्बीर ने बताया कि बीते 14 फरवरी को रात करीब 12 बजे शहजादी का फोन आया था. फोन पर उसने कहा कि 'अब मेरा अंतिम समय आ गया है. मुझे अब अलग कमरे में शिफ्ट कर दिया गया है. यह आखिरी कॉल है.' 14 फरवरी के बाद से शहजादी से परिजनों की कोई बात नहीं हुई.
दुबई में रह रहे एक रिश्तेदार ने जब पता किया किया तो मालूम हुआ कि एक जांच टीम शहजादी से बातचीत कर रही है. उन्होंने फोन द्वारा शहजादी के पिता को बताया कि उसको शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद फांसी दे दी जाएगी. फफकते हुए बेबस लाचार पिता ने सरकार से बेटी की जान बचाने की गुहार लगाई है. पिता ने कहा की मैं भारत सरकार गुजारिश करता हूं कि बेटी को बचाया जाए. हमे उसके फोन के बाद से कोई सूचना नहीं है. मेरी लड़की बेकसूर है. उसे जबरन फंसाया जा रहा है. पिछले दो साल से दुबई की जेल में बंद है.