
बांग्लादेश से भारत आई सानिया अख्तर का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है. इस बीच सानिया ने आजतक से बातचीत कर अपना पक्ष रखा और पति सौरभकांत तिवारी द्वारा लगाए गए आरोपों का भी जवाब दिया.
सानिया ने कहा कि उनके परिवार ने सौरभकांत के साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की. वह आराम से 2 साल बांग्लादेश में रहा. वो अपने पति के साथ रहना चाहती हैं और अपने बच्चे को उसका हक दिलवाना चाहती हैं. इसके अलावा सानिया ने कहा है कि पति द्वारा लगाए गए हनीट्रैप के आरोप बेबुनियाद हैं.
सानिया बोली- पति द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद
उसके पास सभी प्रूफ हैं, कैसे उसने मुझे प्रपोज किया, धर्म परिवर्तन कर शादी की. एक करोड़ तो क्या 10 करोड़ भी देंगे तो भी मैं अपने पति को नहीं छोडूंगी. सानिया ने साफ कहा कि बच्चा सौरभकांत तिवारी का है और मैं उनकी पत्नी हूं. उन्हें हर हाल में इस शादी को निभाना पड़ेगा. सानिया ने कहा जब तक न्याय नहीं मिलेगा वो भारत से नहीं जाएगी. उसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरा भरोसा है. सानिया ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत मेल की है.
'मैं अपने पति को छोड़कर किसी भी हाल में नहीं जाऊंगी'
बता दें, इस मामले में सौरभकांत तिवारी ने भी अपना पक्ष रखा और कहा कि, वो बांग्लादेश की एक पावर कंपनी में DGM के पद पर तैनात थे. तब फरवरी 2021 में सानिया किसी काम से उनसे मिलने आई और नौकरी के बहाने नजदीकियां बढ़ाई.
इस बीच दोनों करीब आए. इस दौरान पता नहीं कब सानिया ने उनके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो बना लिए और उसके परिवार वालों ने दबाव डाला कि अगर उसने इस्लाम धर्म कबूल कर सानिया से शादी नहीं की तो वह उसे रेप के केस में जेल भिजवा देंगे. अप्रैल में दबाव और मारपीट कर उनसे जबरन निकाह कराया गया. उनसे ₹5 लाख रुपये और 50 लाख का फ्लैट बांग्लादेश में खरीदवाया गया.