
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक मठ की 53 बीघा जमीन फर्जी तरीके से बैनामा हो गई. इससे मठ के साधु आक्रोशित हैं. इस मामले में कार्रवाई नहीं होने से साधु अब समाधि लेने के लिए खुद की कब्र खोद रहा है. साधु का कहना है कि मठ की जमीन फर्जी तरीके से बैनामा हो जाने की शिकायत कई बार की है. अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.
मठ की जमीन बिक्री हो जाने से साधु परेशान है. साधु ने गृह मंत्रालय, मुख्यमंत्री पोर्टल सहित कई अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. साधु ने स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन देकर कहा है कि यदि 30 अगस्त तक कार्रवाई नहीं हुई तो वह 1 सितंबर को समाधि ले लेंगे.
दरअसल, रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के किठाईया गांव में बने एक मठ के साधु का आरोप है कि कुछ लोगों ने राम जानकी मठ किठाईया की फर्जी वसीयत करवाकर मठ की जमीन बेच दी है. मठ के साधु को जब फर्जी तरीके से जमीन बिक्री का पता चला तो उन्होंने अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई और केस कर दिया.
गृह मंत्रालय, मुख्यमंत्री पोर्टल सहित अधिकारियों से की शिकायत
काफी दिन से भाग दौड़ कर रहे साधु ने इस मामले में कार्रवाई को लेकर गृह मंत्रालय, मुख्यमंत्री पोर्टल सहित फिर से जिला स्तरीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई. सुनवाई न होने पर साधु अब समाधि लेने के लिए खुद की कब्र खोद रहा है.
इस मामले की सूचना मिली तो अधिकारी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन दिया. तहसील रामसनेहीघाट के भवनियापुर में श्रीराम जानकी का वर्षों पुराना मठ है. यह मठ लगभग 53 बीघे में है. इसकी देखरेख साधु मुकुंद पुरी करते हैं. उनका आरोप है कि गांव निवासी तुंगनाथ शुक्ला ने मठ की जमीन का फर्जी तरीके से कई लोगों को बैनामा कर दिया है.
साधु ने जिंदा समाधि लेने की कर दी घोषणा
साधु ने कहा कि मामले की शिकायत एसडीएम से की, लेकिन उन्होंने कार्रवाई नहीं की. पुलिस से भी शिकायत की, लेकिन वहां भी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया गया. इसी से आहत होकर मुकुंद पुरी ने एक सितंबर को मठ परिसर में ही जिंदा समाधि लेने की घोषणा कर दी. साधु ने बाकायदा गड्ढा भी खोदना शुरू कर दिया है. साधु का कहना है कि यदि इस मामले में 30 अगस्त तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो वह 1 सितंबर को समाधि ले लेंगे. अभी तक इस पूरे मामले में अधिकारियों का कोई बयान सामने नहीं आया है.