
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पुलिस और एसटीएफ (STF) की संयुक्त टीम ने एक बड़े चरस तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह से जुड़े रामबाबू नामक एक तस्कर को 5.4 किलोग्राम चरस के साथ गिरफ्तार किया गया है. चौंकाने वाली बात यह है कि रामबाबू पेशे से एक नाई है, लेकिन गुप्त रूप से मादक पदार्थों की तस्करी करता था. बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये आंकी गई है.
दरअसल, शनिवार सुबह 5:30 बजे मोहनसराय अंडरपास, थाना रोहनिया के पास एसटीएफ और रोहनिया पुलिस की टीम ने जाल बिछाकर रामबाबू को गिरफ्तार किया. उसके खिलाफ थाना रोहनिया में कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है. पूछताछ पर रामबाबू ने बताया कि चौक निवासी एक युवक उसका पुराना मित्र है.
उसके दूसरे भाई ने मुझे 20 हजार रूपये का लालच देकर दिनांक 22 फरवरी को रात्रि 10 बजे वाराणसी स्टेशन से ट्रेन द्वारा अपने साथ दिल्ली ले गया. दिल्ली से हम तीन लोग मनाली हिमाचल प्रदेश गए. वहां एक होटल में रूके तथा वहां से 27 फरवरी को दोनों भाइयों ने मुझे मनाली से बस में बैठा दिया. फिर मैं दिल्ली से बस द्वारा यहां आया. जैसे ही मैं उतरा तो मुझे पकड़ लिया गया.
गिरोह के अन्य सदस्य पहले भी हो चुके हैं गिरफ्तार
डीसीपी वरुणा चंद्रकांत मीणा ने बताया कि 28 जनवरी 2025 को सुल्तानपुर जिले के थाना कोतवाली देहात क्षेत्र से इसी गिरोह के दो मुख्य सदस्य संतोष झा और शिखा वर्मा को 5.628 किलोग्राम चरस के साथ पकड़ा गया था. उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया था. इस गिरोह की गतिविधियों पर पुलिस लगातार नजर रख रही थी और मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए रामबाबू को गिरफ्तार कर लिया गया.
मुख्य आरोपी की तलाश जारी
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि इस गिरोह का सरगना वाराणसी निवासी एक युवक है, जिसने हाल ही में नया मोबाइल नंबर लेकर अपने भाई के साथ फिर से तस्करी का धंधा शुरू किया था. पुलिस को सूचना मिली थी कि वह 22 फरवरी को अपने भाई और रामबाबू के साथ मनाली गया था और वहां से चरस लेकर वापस लौट रहा था. फिलहाल पुलिस मुख्य आरोपी और उसके भाई की तलाश कर रही है.
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर रामबाबू को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इसके अलावा मुख्य आरोपी और अन्य तस्करों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. एसटीएफ और स्थानीय पुलिस इस गिरोह के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने के लिए लगातार अभियान चला रही है.