
भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय के बागेश्वर महाराज को लेकर दिए गए बयान के बाद बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा है कि कि सियासत के लोगों को रूहानियत के मामले से दूर रहना चाहिए. बता दें कि कैलाश विजयवर्गीय ने बागेश्वर धाम के पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कहा था कि उन पर आरोप लगाना मिथ्या है. सनातन धर्म पर बहुत सारे लोग बोलते हैं, लेकिन आज तक जावरा की दरगाह पर सवाल नहीं उठाया है.
इस पर यूपी के बरेली के मौलाना रजवी ने कहा कि भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय का बयान सरासर गलत है, एकतरफा है. उन्होंने कहा कि दरगाह पर जो लोग भी आते हैं, वह अपनी रूहानी तसगीर के लिए और रूहानी इतमिना हासिल करने के लिए आते हैं. जहां तक उन पर इसरात की बात है तो यह मुताहक बात है कि जिन पर भूत-प्रेत के एसरात होते हैं, उनका रुहानी इलाज दरगाह पर करते हैं.
मौलाना बोले- दुआओं से करते हैं लोगों का इलाज
मौलाना ने कहा है कि दरगाहों पर रहने वाले लोग दुआओं के जरिए, ताबीज के जरिए, कलामे इलाही के जरिए ये परेशानियां दूर करते हैं. मौलाना ने कहा कि इस पर एतराज करना बिल्कुल गलत है. ऐसे बहुत सारे गैर मुस्लिम धर्मगुरु हैं, जो इस तरीके से इशरात का, जिंन भूत प्रेत का इलाज करते हैं. दरगाह पर उंगली उठाई जाती है. ये दो पहलू हैं. दोनों तरफ देखना चाहिए. यह रूहानियत का मामला है. उसमें सियासत लोगों को दखल नहीं देना चाहिए.