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45 साल से ऊपर की महिलाएं टारगेट पर, संबंध बनाने से मना करने पर कत्ल, फिर ले जाता था 'निशानी'... बरेली के सीरियल किलर की खौफनाक कहानी

बरेली में नौ महिलाओं की हत्या करने वाले सीरियल किलर को अरेस्ट कर लिया गया है. उसने बताया कि जब महिलाएं उससे संबंध बनाने से इनकार कर देती थीं तो वो गला दबाकर उनकी हत्या कर देता था. वो जिन महिलाओं को टारगेट बनाता था उनकी उम्र 45 साल से ऊपर होती थी और हत्या के बाद वो निशानी के लिए उनका कुछ सामान लेकर जाता था.

बरेली का सीरियल किलर अरेस्ट, जानें पूरा मामला बरेली का सीरियल किलर अरेस्ट, जानें पूरा मामला
कृष्ण गोपाल राज
  • बरेली,
  • 11 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 8:19 AM IST

यूपी के बरेली में बीते एक साल में हुई 9 महिलाओं की हत्या के बाद से दहशत का माहौल था. महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलने में डरती थीं. पुलिस ने उस हत्यारे की गिरफ्तारी कर ली है, जिसने सिलसिलेवार हत्या की इन वारदातों को अंजाम दिया था. आरोपी 45 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को ही निशाना बनाता था. अगर महिलाएं संबंध बनाने से मना करती थीं तो वो गला दबा देता था और वारदात के बाद कोई सामान अपने साथ लेकर जाता था.  

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बरेली के एसएसपी अनुराग आर्या ने बताया कि इस साइको किलर को गिरफ्तार करने के लिए 'ऑपरेशन तलाश' चलाया गया, जिसमें 22 टीमों का गठन किया गया और 25 किलोमीटर के एरिया में इस ऑपरेशन को चलाया गया. इसके लिए 600 से ज्यादा नए कैमरे इंस्टाल किए गए और 1500 पुराने सीसीटीवी कैमरों की मदद ली गई और डेढ़ लाख से अधिक मोबाइल का डाटा निकल कर सर्विलेंस पर लगाया गया तब कहीं जाकर पुलिस आरोपी तक पहुंच पाई.  

पुलिस टीम को मुंबई भेजकर की गई स्टडी 

आरोपी जिस तरह अधेड़ उम्र की महिलाओं को निशाना बना रहा था, उससे पुलिस को क्लीयर हो गया था कि ये किसी साइको किलर का ही काम है. जिसे समझने के लिए पुलिस की टीम को मुंबई भेजा गया. करीब 1.5 लाख मोबाइल नम्बरों का डाटा लेकर सर्विलांस टीम द्वारा टेस्टिंग की गई. आस-पास के गांव की वोटर लिस्ट लेकर ऐसे लोगों की पहचान की गई, जिनकी लाइफ में उथल-पुथल मची हो. उसके बाद पुलिस को स्कैच के बाद मुखबिर से सूचना मिली, जिसके बाद कुलदीप गंगवार (35) पुत्र बाबूराम को अरेस्ट किया गया. आरोपी ने इनमें से छह महिलाओं की हत्या की बात भी कबूल कर ली है.  

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आखिर सीरियल किलर कैसे बना आरोपी? 

पुलिस से पूछताछ में आरोपी कुलदीप ने बताया कि वो नवाबगंज थाना इलाके के बाकरगंज गांव का रहने वाला है. उसकी दो बहनें हैं, जबकि मां की मौत हो चुकी है. उसने बताया कि उसके पिता बाबूराम ने उसकी मां के जीवित रहते हुए एक अन्य महिला से शादी कर ली थी. उसके बाद अकसर दूसरी पत्नी के कहने पर पहली पत्नी से मारपीट करता था. इसकी वजह से उसके मन में सौतेली मां के प्रति विद्वेष का भाव रहता था. जिसकी वजह से ही सौतेली मां की उम्र की महिलाओं को अपना शिकार बनाने लगा. 

पत्नी को भी बेरहमी से पीटता था आरोपी 

आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी साल 2014 में हुई थी. वह अपनी पत्नी के साथ भी सामान्य व्यवहार नहीं करता था, जिस कारण विरोध करने पर पत्नी के साथ भी मारपीट करता था. इस हिंसक प्रवृत्ति के कारण परेशान होकर कुछ साल पहले उसकी पत्नी भी छोड़कर चली गई थी. इन्हीं कारणों से कुंठित होकर वो भांग, सुल्फा, शराब आदि का सेवन करने लगा और अपने घर बाकरगंज से निकलकर आस-पास के जंगल गांव-गांव भटकने लगा. 

अकेली महिला देखकर ही करता था हमला 

कुलदीप ने छह महिलाओं की हत्या स्वीकार की है. कुलदीप को आस-पास के क्षेत्र के सुनसान, खेतों के रास्तों और पगडंडियों की पूरी-पूरी जानकारी है. जिन पर वह दिन भर पैदल घूमा करता रहता था और केवल निर्जन स्थान पर अकेली महिला को देखकर ही उस पर हमला करता था.  हमला करने से पहले इस बात को पूरी तरह सुनिश्चित करता था कि किसी ने उसको महिला के पीछे जाते हुए तो नहीं देखा है. अगर महिला का पीछा करते समय रास्ते में कोई भी बच्चा, पुरुष या अन्य महिला उसको मिल जाती थी तब वह उस दिन वारदात को अंजाम नहीं देता था. सभी घटनाएं गन्ने के खेत में कत्ल  किए जाने का कारण उसने पूछताछ में बताया कि गन्ने के खेत में आड़ होती है.   

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गले में कपड़े से गांठ लगाता था आरोपी 

आरोपी ने ये भी बताया कि गन्ने के खेत में 10-5 मीटर अंदर चले जानेके बाद अगर आस-पास से कोई गुजर भी जाए तो अंदर पड़े हुए व्यक्ति का पता नहीं लगेगा. उसने कपड़े से गले में गांठ बांधने के बारे में पूछने पर बताया कि वो सुनिश्चित करना चाहता था कि महिला मर गई है. इसलिये महिला को मारकर वहां से जाते समय वो उसके गले में पहनी गई साड़ी या दुपट्टा से कसकर गांठ लगा देता था ताकि यदि किसी महिला में थोड़ी चेतना रह भी गई हो तो वह बाद में जीवित रहने की कोई गुंजाइश न रहे.  

सीरियल किलर के पास नहीं था मोबाइल 

पुलिस ने बताया कि आरोपी कुलदीप कभी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं करता था और न ही आने-जाने के लिए किसी वाहन या साधन का प्रयोग करता था. वह पैदल ही घूमता था और हत्या के बाद निशानी के तौर पर अपने शिकार का सामान ले जाता था. 

किस महिला का क्या सामान लेकर गया था आरोपी? 

आरोपी ने जिन महिलाओं की हत्या की, उसका कोई न कोई सामान निशानी के तौर पर लेकर जाता था. उसने जब पहली महिला अनीता देवी की हत्या की तो उसका वोटर आईडी कार्ड, लाल रंग की लिपिस्टिक, लाल बिंदी, घटना के समय पहने हुए ब्लाउज का टुकड़ा अपने साथ लेकर गया था. इसी तरह आनंदपुर गांव की महिला प्रेमवती की हत्या के बाद हंसिया लेकर गया था. ऐसे ही कुल्छा गांव की मृतका धानवती का आधार कार्ड, शीशगढ़ पुलिस थाना इलाके के लखीमपुर गांव की मृतका महमूदन का हंसिया और पांचवीं घटना की मृतका से बीड़ी का बंडल, माचिस और 130 रुपये नकद लेकर गया था. 

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पुलिस के हत्थे कैसे चढ़ा आरोपी कुलदीप गंगवार? 

दरअसल बीते साल जुलाई से लेकर अबतक शीशगढ़ और शाही थाना इलाके में छह महिलाओं की हत्याओं के केस दर्ज थे. इनका खुलासा करने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई थीं. इस मामले में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें से ही एक था कुलदीप गंगवार.

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