
उत्तर प्रदेश उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान बटेंगे तो कटेंगे को लेकर सियासत गरमा गई है. गोरखपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पहले बटेंगे तो कटेंगे के स्लोगन के साथ होर्डिंग्स लगाकर एक संदेश देने की कोशिश की, जिसका जवाब समाजवादी पार्टी ने जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे के होर्डिंग्स लगाकर दिया. यह पोस्टर वार गोरखपुर के विश्वविद्यालय चौराहा, गोरखनाथ रोड और अन्य प्रमुख स्थानों पर लोगों का ध्यान खींच रहा है.
बीजेपी की तरफ से यह पोस्टर युवा मोर्चा नेता और दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष अभय सिंह द्वारा लगाए गए हैं. वहीं, सपा की तरफ से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मृत्युंजय यादव बिट्टू और पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष गुप्ता ने भाजपा के पोस्टर के ठीक बगल में जुड़ेंगे तो बढ़ेंगे का स्लोगन देते हुए पलटवार किया है.
गोरखपुर में शुरू हुई पोस्टर वार
इस मुद्दे पर सपा नेता मृत्युंजय यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में बांटने और कटने की बातें करते हैं, जबकि सपा का संदेश लोगों को जोड़ने और साथ बढ़ने का है. वहीं, भाजपा कार्यकर्ता अभिषेक पांडे का कहना है कि मुख्यमंत्री का यह बयान हिंदुओं को एकजुट करने का प्रयास है और गोरखपुर में हुए विकास कार्य इसका प्रमाण हैं.
योगी के बाद अखिलेश के बयान का लगा होर्डिंग
इस पोस्टर वार पर लोग जमकर चर्चा कर रहे हैं. गोरखपुर के अधिवक्ता बबलू तिवारी का मानना है कि दोनों पोस्टरों का उद्देश्य एकजुटता का संदेश देना है. अधिवक्ता सुमित अग्रहरि के अनुसार, जब रूलिंग पार्टी कोई संदेश देती है, तो विपक्ष का जवाब देना लोकतंत्र के लिए जरूरी है. यह पोस्टर वार दर्शाता है कि दोनों ही पार्टियां एकजुटता को लेकर अपनी बात रख रही हैं.