
बीते दिनों बेंगलुरू में काम कर रहे 34 साल के AI इंजीनियर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या (Atul Subhash Suicide Case) ने देश को हिला कर रखा दिया है.अतुल ने खुद पर दहेज उत्पीड़न से लेकर हत्या समेत कई मामले दर्ज करने से लेकर सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा, पत्नी के भाई अनुराग और पत्नी के चाचा सुशील पर लगाया है. ये लोग जौनपुर के रहने वाले हैं.
अतुल सुभाष पर पत्नी निकिता सिंघानिया की तरफ से जौनपुर अदालत में कुल पांच मुकदमे दायर किए गए थे. जिसमें निकिता सिंघानिया ने तलाक का मुकदमा और सीजेएम कोर्ट में हत्या, मारपीट और अप्राकृतिक यौन संबंध के मुकदमे को बाद में वापस ले लिया था.
जौनपुर की अदालत में इस समय अतुल सुभाष पर तीन मुकदमे चल रहे है. इसमें एक मुकदमा दहेज प्रथा और मारपीट का लंबित है जिस पर अगली सुनवाई 12 जनवरी 2025 को है.
दूसरा मुकदमा बेटे के साथ-साथ खुद के भरण पोषण के लिए ₹40,000 के आदेश के लिए भी निकिता सिंघानिया की तरफ से डाला गया. इसपर 16 दिसंबर यानि सोमवार को सुनवाई है. वहीं तीसरा मुकदमा निकिता सिंघानिया की तरफ से घरेलू हिंसा का दोबारा दायर किया गया है जिस पर सुनवाई 24 जनवरी 2025 को होनी है.
अतुल सुभाष सुसाइड केस की जांच के लिए बेंगलुरु पुलिस की एक टीम शुक्रवार को यूपी के जौनपुर पहुंच गई. जौनपुर शहर के खोया मंडी इलाके में अतुल की ससुराल है, जहां पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला और अन्य लोग रहते हैं. हालांकि, जब पुलिस वहां पहुंची तो उसे निकिता के घर पर ताला लटकता मिला. क्योंकि, निकिता की मां निशा और उसका भाई अनुराग एक दिन पहले ही घर बंद कर रात के अंधेरे में कहीं निकल गए थे. ऐसे में पुलिस ने घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है. नोटिस में लिखा है कि बेंगलुरु में दर्ज केस में अपना बयान दर्ज करवाएं.