Advertisement

देवरिया हत्याकांड में खुलासा! कॉल डिटेल से सामने आया ये 'सच', घटना वाले दिन प्रेमचंद यादव को नहीं आया था किसी का फोन

Deoria Murder Case: पुलिस को पता चला है कि घटना के पहले प्रेमचंद यादव को किसी ने फोन कर लेहड़ा टोला नहीं बुलाया था, बल्कि वह खुद गया था.पुलिस को मिले मोबाइल कॉल डिटेल रिकॉर्ड के मुताबिक, घटना के समय प्रेमचंद के मोबाइल पर किसी की कॉल नहीं आई थी.

देवरिया केस में प्रेमचंद यादव की कॉल डिटेल से हुआ खुलासा देवरिया केस में प्रेमचंद यादव की कॉल डिटेल से हुआ खुलासा
राम प्रताप सिंह
  • देवरिया ,
  • 11 अक्टूबर 2023,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

देवरिया के सामूहिक नरसंहार मामले में मृतक प्रेमचंद यादव को घटना के पहले किसी के द्वारा फोन कर बुलाए जाने के दावे लगातार उनकी पत्नी व बेटियां कर रही हैं. लेकिन अब ये दावा निराधार साबित हो गया है. क्योंकि पुलिस विवेचना में पता चला है कि 1 अक्टूबर की देर रात से 2 अक्टूबर की सुबह तक प्रेमचंद के मोबाइल पर किसी का फोन नही आया था. गौरतलब है कि यह वही समय है जिसके बीच में प्रेमचंद की हत्या हुई थी. 

Advertisement

बता दें कि पुलिस प्रेमचंद यादव का फोन तो अभी तक बरामद नही कर सकी है. लेकिन सूत्रों के मुताबिक, पुलिस ने प्रेम चंद यादव के फोन का कॉल डिटेल निकालवाया है. जिससे यह पता चलता है कि घटना के समय प्रेमचंद के मोबाइल पर किसी का फोन नही आया था. प्रेमचंद यादव स्वयं लेड़हा टोला सत्य प्रकाश दुबे के घर पहुंचा था. जहां जमीनी विवाद को लेकर कहासुनी हुई. फिर दोनों पक्षों में मारपीट हुई जिसमें प्रेमचंद यादव की मौत हो गई. 

जब इसकी जानकारी प्रेमचंद के घरवालों व गांव के लोगों को हुई तो सत्य प्रकाश दुबे व उनके परिवार के चार सदस्यों की गोली मारकर व धारदार हथियार से हमला कर नृशंस हत्या कर दी गई. इस वारदात को सत्य प्रकाश के घर में घुसकर अंजाम दिया गया.

ये भी पढ़ें- देवरिया कांड पर सियासत! शिवपाल यादव और BJP विधायक शलभमणि त्रिपाठी भिड़े, बात 'गुंडा' और 'हैसियत' तक पहुंची 

Advertisement

इस हत्याकांड में पुलिस अभी तक 21 अभियुक्तों को जेल भेज चुकी है. जिसमें प्रेमचंद यादव के पिता रामभवन यादव, छोटे भाई रामजी यादव और प्रेमचंद यादव का ड्राइवर व दाहिना हाथ नवनाथ मिश्रा उर्फ पट्टू शामिल है. पट्टू ने ही प्रेमचंद यादव की लाइसेंसी राइफल से तीन फायर किया था. उसे राइफल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में कुल नामजद 27 अभियुक्त हैं, जबकि 50 अज्ञात हैं. 

प्रेमचंद की पत्नी-बेटी के दावे पर खड़े हुए सवाल 

दरअसल, वारदात के दिन से ही मृतक प्रेमचंद यादव की पत्नी व बेटी किसी के द्वारा फोन करने पर प्रेमचंद के घर से निकलने की बात कह रही हैं. प्रेमचंद की पत्नी प्रेमशीला का कहना था कि सुबह वह चाय लेकर उनके (प्रेमचंद) पास पहुंची तब तक किसी का फोन आया और वह जल्दबाजी में बिना चाय पिए ही घर से निकल गए. कुछ देर बाद ही सत्य प्रकाश दुबे के घर पर उनकी हत्या कर दी गई. हालांकि, कॉल डिटेल से पता चला है कि प्रेमचंद को उस वक्त किसी का फोन नहीं आया था. 

फिलहाल, पुलिस इस मामले में मृतक सत्य प्रकाश दुबे के फोन की भी कॉल डिटेल निकालने में जुटी है. उनके मोबाइल से कहां-कहां बात की गई या किसका फोन आया था, यह सब जानकारी जुटाई जा रही है. इसके अलावा जितने भी अभियुक्त हैं उनकी भी कॉल डिटेल खंगालने में पुलिस जुटी है. 

Advertisement

इस बीच इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है. बीते दिन रविवार को भाजपा विधायक की अगुवाई में दुबे परिवार के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था. जिसके बाद मंगलवार को समाजवादी पार्टी का 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल फतेहपुर गांव पहुंचा, जहां प्रतिनिधि मंडल में शामिल लोगों ने प्रेमचंद यादव के परिजनों से मुलाकात की. ये प्रतिनिधि मंडल इसके बाद सत्य प्रकाश दुबे के घर भी गया था. 

वहीं, दो दिन पहले तो प्रेमचंद यादव के मकान की पैमाइश का विरोध करने के लिए सैकड़ों लोग मृतक के घर तक पहुंच गए. जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ना पड़ा. फिलहाल, गांव में भारी फोर्स की तैनाती है. पीएसी भी लगी है. चौराहे से लेकर खेतों तक पुलिस का पहरा है. माहौल शांतिपूर्ण बना है. महीने भर के लिए गांव में धारा-144 लगा दी गई है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement