
उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई तीन जून की हिंसा का आरोपी और मशहूर बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा की मुश्किलें बढ़ गई हैं. इनके आउटलेट को प्रशासन ने शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया है. इसके बाद अधिकारियों ने आउटलेट को सील कर दिया है. मुख्तार बाबा पर आरोप लगे थे कि उसने जानकी मंदिर की जमीन पर कब्जा कर लिया. फिर अपने रेस्टोरेंट का विस्तार करते हुए वहां बिरयानी की दुकान खोल दी थी.
मामला दर्ज होते ही जांच डीएम को सौंप दी गई थी. इतने में मुख्तार बाबा हाईकोर्ट चले गए और सक्षम अथॉरिटी से जांच करवाने की मांग की. इसके बाद कोर्ट के आदेश के बाद जांच लखनऊ में एजुकेटिंग अथॉरिटी को दी गई. इसके बाद कई महीनों तक जांच की गई. फिर उसे शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया गया और जिला प्रशासन को संपत्ति सील करने का आदेश दे दिया गया.
बाबा बिरयानी की बची शत्रु संपत्ति पर कार्रवाई हम करवाएंगे- प्रमिला पांडे
इसके बाद सबसे पहले इस मुद्दे को उठाने वाली तत्कालीन मेयर प्रमिला पांडे मौके पर पहुंची. उन्होंने दावा किया कि बिरयानी की दुकान के पीछे की जगह पर अभी भी कुछ पुराने मंदिर हैं. अगर उसकी जांच हो, तो वह भी शत्रु संपत्ति के अंतर्गत आएंगे.
'यूपी तक' से बातचीत करते हुए प्रमिला पांडे ने कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि यह शत्रु संपत्ति है. इस पर कार्रवाई होनी चाहिए, जो कि अब हुई है. अब ऐसी ही बाकी शत्रु संपत्ति पर भी प्रशासन की कार्रवाई हम करवाएंगे.
इस आदेश से पुलिस की जांच को मिलेगी तेजी - ज्वाइंट कमिश्नर
मामले में ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी का कहना है कि मंदिर कब्जा करके उस पर बिरयानी की दुकान खोलने के आरोप में पहले से ही एफआईआर दर्ज है. इसकी जांच चल रही है. अब सरकार द्वारा पारित किए गए इस ऑर्डर से उसके शत्रु संपत्ति होने की पुष्टि हुई है. इससे पुलिस की जांच को भी तेजी मिलेगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी.
अन्य शत्रु संपत्ति की जानकारी मांगी गई है- डीएम विशाखा अय्यर
वहीं, डीएम विशाखा अय्यर का कहना है कि कस्टोडियन ऑफ एनिमी प्रॉपर्टी एक्ट ने कई और शत्रु संपत्ति की जानकारी हमसे मांगी है. बाकी भी ऐसी प्रॉपर्टी की जांच कर कब्जा लेकर रिपोर्ट भेजी जाएगी.