
यूपी में रविवार को बीजेपी के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों के नामों का ऐलान होगा. हालांकि, अभी कई जगहों पर पेंच फंसा हुआ है. ऐसे जिलों के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों के नाम का ऐलान बाद में किया जाएगा. इस बार जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों के नाम का ऐलान पार्टी की प्रदेश मुख्यालय की जगह जिला कार्यालयों से जिलाध्यक्षों की घोषणा की जाएगी. बताया जा रहा है कि 70 से 75 जिला अध्यक्षों के नाम ऐलान आज किया जा सकता है.
जानकारी के अनुसार, लखनऊ और गाजियाबाद के अलावा बाकी सभी जिलों में नाम की घोषणा के लिए दोपहर 2:00 बजे एक बैठक होगी. इस बैठक में जिले के कई पदाधिकारी और कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे.
इन जगहों पर होल्ड हुआ चुनाव
बताया जा रहा है कि यूपी में बीजेपी के जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के चुनाव में कुल 98 में से 72 जगहों पर नए जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों का ऐलान किया जाएगा, जबकि 26 जगहों के अध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों के चुनाव को होल्ड कर दिया गया है. जिसमें पश्चिमी यूपी में 19 में से 6 जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के चुनाव होल्ड पर हैं. कानपुर में 17 में से तीन जिला अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष होल्ड पर हैं. ब्रज में 19 में से 6 जगह पर जिला अध्यक्ष का ऐलान होल्ड पर है. अवध में 15 में पांच जगह पर जिला अध्यक्षों का ऐलान रोका गया है और गोरखपुर में 12 में से दो जिला अध्यक्षों का ऐलान रोका गया है.
जिला कार्यालय से होगा ऐलान
इस बार पार्टी मुख्यालय के बजाए जिला अध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों के नाम का ऐलान जिला कार्यालयों से होगा. इससे पहले पार्टी के प्रदेश कार्यालय से एक साथ नामों की लिस्ट जारी की जाती थी. इस संबंध में पार्टी की ओर से एक आदेश जारी भी किया गया है.
'कई जगहों पर नहीं बनी सहमति'
पार्टी सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में कुल 98 संघटनात्मक जिले बनाए हैं, जिनमें से अभी-भी कुछ जगहों पर सहमति नहीं बन पाई है. ऐसे कुछ जिलों के जिलाध्यक्ष या महानगर अध्यक्षों के नाम का ऐलान बाद में होगा, लेकिन आज 70 से 75 जिला अध्यक्षों के नाम ऐलान किया जा सकता है.
वहीं, जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्षों के नामों के ऐलान करते हुए बीजेपी जातीय समीकरणों को भी साधने की कोशिश करेगी, क्योंकि 2027 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं.
बता दें कि जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों के ऐलान के बाद प्रदेश अध्याक्षों का चुनाव होगा और इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी.