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'ठाकुरों की नाराजगी और ओवर कॉन्फिडेंस से पूर्वांचल हारी बीजेपी...', राजा भैया की पार्टी के MLC का बयान

जनसत्ता दल से MLC और राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी के पूर्वांचल में सीट हारने की वजह ठाकुरों की नाराजगी भी है. अनुप्रिया पटेल के बयान का असर भी था.

राजा भैया और MLC अक्षय प्रताप सिंह (फ़ाइल फोटो) राजा भैया और MLC अक्षय प्रताप सिंह (फ़ाइल फोटो)
आशीष श्रीवास्तव
  • लखनऊ ,
  • 13 जून 2024,
  • अपडेटेड 4:45 PM IST

Uttar Pradesh News: पूर्वांचल में लोकसभा चुनाव के नतीजों में बीजेपी के निराशाजनक प्रदर्शन की कई वजहें बताई जा रही हैं. कोई ठाकुरों की नाराजगी बता रहा है तो कोई नेताओं का अतिआत्मविश्वास. वहीं, कई लोग प्रत्याशी के चयन में गलती को बीजेपी की हार का कारण बता रहे हैं. हालांकि, अब इन सबके बीच कुंडा से बाहुबली विधायक और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पार्टी की तरफ से बड़ा सामने आया है. 

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जनसत्ता दल से MLC और राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह ने कहा कि बीजेपी के पूर्वांचल में सीट हारने की वजह ठाकुरों की नाराजगी भी है. अनुप्रिया पटेल के बयान का असर भी था. कुछ लोगों ने बयान दिया कि राजा EVM से पैदा होता है, उससे नाराजगी थी. क्योंकि, बयान टारगेट कर दिया गया था. 

वहीं, राजा भैया और अमित शाह की मुलाकात को लेकर MLC अक्षय प्रताप ने कहा कि उस बातचीत के बाद हमसे पूछा तक नहीं गया, जिसका असर चुनाव में देखने को मिला. प्रतापगढ़, कौशांबी, जौनपुर सहित गाजीपुर की सीट बीजेपी हार गई. 

बकौल अक्षय प्रताप- राजा भैया के साथ हर वर्ग के लोग हैं, खासकर युवा और युवा की कोई जाति नहीं होती. पूर्वांचल की कई सीटों पर असर है. नतीजों में भी इसको देखा जा सकता है. लोकल एमपी को टिकट देने में उनसे (बीजेपी) गड़बड़ी हुई. पार्टी ओवर कॉन्फिडेंस में थी और ठाकुरों के अपमान को नजरअंदाज कर गई. 
 
जब गलत व्यक्ति को टिकट दिया तो इससे जनता में नाराजगी फैल गई. पहले गलत बयान देना फिर टिकट वितरण में आपसी सहमति ना होना, इन सबका का असर  चुनाव में हुआ. आखिर में अक्षय प्रताप ने कहा कि हम आगे किसके साथ रहेंगे यह निर्णय पार्टी प्रमुख करेंगे, सब मिल बैठकर सोचेंगे कि किसके साथ जाना है. 

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बता दें कि यूपी की 80 सीटों में सपा ने 37 पर जीत दर्ज की है. जबकि, बीजेपी को 33 सीटें मिली हैं. वहीं, कांग्रेस को 6 सीट, रालोद को 2 सीट, आजाद समाज पार्टी और अपना दल (एस) को एक-एक सीट हासिल हुई है. मायावती की पार्टी बसपा का खाता नहीं खुला है. 

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