
उत्तर प्रदेश के कानपुर में बरसात की वजह से कई जगह लोग जलभराव की समस्या से परेशान हैं. हालात को देखते हुए बीजेपी विधायक महेश त्रिवेदी ने नगर निगम अधिकारियों को निरक्षण करने के लिए कहा था. मगर, उन्होंने विधायक के आदेश को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और चीफ इंजीनियर व अपर नगर आयुक्त को निरीक्षण के लिए भेजा.
जब विधायक महेश त्रिवेदी को इसका पता चला तो उन्होंने अधिकारी को कॉल की. मगर, फोन स्विच ऑफ था. इसके बाद वो गुस्से में आ गए और इसकी शिकायत डीएम से की. साथ ही निरक्षण करने वालों को जमकर खरी-खोटी सुनाई.
'मुर्गा बना दूंगा और उठक-बैठक भी कराऊंगा'
विधायक ने अपर नगर आयुक्त जगदीश यादव से कहा, 'तुम्हें जबरन भेजा गया है. तुम्हारे पास इसका कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने चीफ इंजीनियर मनीष अवस्थी को भी कड़ी फटकार लगाई. कहा कि मुर्गा बना दूंगा और उठक-बैठक भी कराऊंगा. जीवन में उतनी बेइज्जती नहीं हुई होगी, जितनी मैं करूंगा. मैंने आज तक बहुत लोगों को बेइज्जत किया है'.
समस्या के समाधान के लिए दिया तीन जुलाई तक का समय
विधायक ने मुख्यमंत्री से इस मामले की शिकायत करने की भी बात कही. उन्होंने अधिकारियों पर कमीशनखोरी का आरोप लगाते हुए समस्या के समाधान के लिए तीन जुलाई तक का समय दिया. बताते चलें कि कानपुर के साउथ इलाके में जूही पुल के नीचे लगातार बरसात का पानी भर रहा है. 3 दिन पहले ही एक व्यक्ति की इसमें डूबने से मौत हो गई थी.