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नोएडा पुलिस ने सेक्टर-61 में बिल्डर राकेश यादव के घर हुई 53 लाख की लूट का खुलासा कर दिया है. इस वारदात में गैंग का सरगना नौकर बनकर घर में घुसा और साथियों के साथ मिलकर बिल्डर की पत्नी को बंधक बनाकर नकदी, ज्वेलरी और दस्तावेज लूट लिए. अब तक 6 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 10.70 लाख रुपये बरामद किए गए हैं.
दरअसल, घटना 22 फरवरी 2025 को नोएडा सेक्टर-61 में हुई. बिल्डर राकेश यादव की पत्नी सुमन यादव घर में अकेली थीं. इस दौरान राहुल (नौकर) उर्फ देवेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर उन्हें बंधक बना लिया. लुटेरों ने घर से नकदी, ज्वेलरी और अहम दस्तावेज समेट लिए और वहां खड़ी फॉर्च्यूनर कार लेकर फरार हो गए. हालांकि, कार को सेक्टर-61 के साईं मंदिर के पास छोड़ दिया गया, ताकि किसी को शक न हो.
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घटना के बाद थाना सेक्टर-58 में मामला दर्ज किया गया और पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी. 25 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने दो आरोपियों को दबोच लिया और उनसे 4.70 लाख रुपये बरामद किए. इसके बाद 1 मार्च को नोएडा पुलिस ने तीन और आरोपियों राहुल (देवेंद्र), गुड्डू और अमित को गिरफ्तार कर लिया. मुख्य आरोपी रमन कामत को बिहार के मधुबनी से पकड़ा गया. कुल मिलाकर, 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अब तक 10.70 लाख रुपये बरामद हुए हैं.
बिहार में बनी थी 5 महीने पहले योजना
नोएडा के डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि गैंग ने 5 महीने पहले बिहार के मधुबनी में इस लूट की योजना बनाई थी. उन्होंने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर कई घरों में नौकरी के लिए संपर्क किया. बिल्डर के परिवार से जान-पहचान के जरिए राहुल उर्फ देवेंद्र ने फर्जी पहचान के साथ नौकरी हासिल की. इसके बाद उसने अपने गिरोह को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया.
इससे पहले मुंबई में की थी 75 लाख की लूट
डीसीपी के मुताबिक, यह गैंग पहले भी मुंबई, दिल्ली समेत कई जगहों पर इसी तरह की लूट को अंजाम दे चुका है. मुंबई में 75 लाख रुपये की लूट करने के बाद आरोपियों ने नोएडा को निशाना बनाया. डीसीपी आगे ने कहा, यह गैंग घरों में नौकर बनकर घुसता है और फिर मौका पाकर लूटपाट करता है. हम लोगों से अपील करते हैं कि किसी भी नौकर या किराएदार को रखने से पहले उसका पूरी तरह से पुलिस वेरिफिकेशन कराएं. आधार कार्ड, गांव का पता और रिश्तेदारों की जानकारी लेकर क्रॉस चेक करें.