Advertisement

लखनऊ में रिटायर्ड कर्मी से 16 लाख रुपये की ठगी, CBI अफसर बनकर कॉल किया

लखनऊ में साइबर ठगों ने सीबीआई ऑफिसर बनकर एक रिटायर्ड कर्मचारी को डराया धमकाया और जेल भेजने का खौफ दिखाकर उससे 16 लाख रुपये ठग लिए. पीड़ित को जब ठगे जाने का एहसासा हुआ तो उन्होंने स्थानीय थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने 66 आईटी एक्ट और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. 

(प्रतीकात्मक फोटो) (प्रतीकात्मक फोटो)
सत्यम मिश्रा
  • लखनऊ ,
  • 08 मई 2024,
  • अपडेटेड 4:39 PM IST

उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ठगी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां साइबर ठगों ने सीबीआई ऑफिसर बनकर एक रिटायर्ड कर्मचारी को डराया धमकाया और जेल भेजने का खौफ दिखाकर उससे 16 लाख रुपये ठग लिए. आरोपियों ने रिटायर्ड कर्मचारी से कहा कि उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. सुप्रीम कोर्ट ने आपके अकाउंट को ऑडिट करने के आदेश दिए हैं. अकाउंट की डिटेल दीजिए नहीं तो पूरा परिवार जेल जाएगा. 

Advertisement

रिटायर्ड कर्मचारी विनय कटिहार ने डर कर आरोपियों को अपने बैंक की सारी डिटेल मुहैया करा दी. जिसके बाद साइबर ठगों ने उनके खाते से 16 लाख रुपये निकाल लिए. जब पीड़ित को आभास हुआ कि वह ठगी का शिकार हुए हैं तो उन्होंने अलीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया. विनय कटियार पूर्व में आईआईटीएन थे अब अपने परिवार के साथ अलीगंज के सेक्टर-डी में रहते हैं. उन्होंने 7 माई को उन्होंने केस दर्ज कराया. 

रिटायर्ड कर्मचारी से ठगे 16 लाख रुपये

विनय कटियार ने पुलिस को बताया कि 17 अप्रैल की सुबह करीब 9 बजे उनके पास एक अनजान नंबर से फोन आया. उन्होंने सीधे नाम लेकर कहा कि विनय कटियार आरके खिलाफ मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया है. गैर जमानती वारंट जारी हुई. इतना कहकर उसने फोन काट दिया और वो डर गए. थोड़ी देर बाद आरोपी ने फोन कर कहा कि यह बात किसी से शेयर न करना. अगर किसी को कुछ भी बताया तो बात फैल जाएगी और पूरा परिवार जेल जाएगा. हर जगह बदनामी अलग होगी. 

Advertisement

साइबर सेल ने केस दर्ज कर जांच शुरू की

26 अप्रैल को फिर फोन आया बताया कि इम मामले की जांच इंस्पेक्टर नवजोत सिम्मी करेंगी. इसके बाद सिम्मी का फोन आया उसने कहा कि जांच में सहयोग करें नहीं तो पूरा परिवार ही जेल चला जाएगा. इसके बाद उन्होंने अपने बैंक अकाउंट की डिटेल उसने शेयर की फिर उनके खाते से 16 लाख रुपये उड़ा लिए गए. साइबर सेल इल मामले की जांच कर रही है, पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने 66 आईटी एक्ट और 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement