
लखनऊ में 700 बेरोजगारों से दो करोड़ रुपये से ज्यादा हड़पने वाले चार आरोपियों को गिरफ़्तार किया गया है. पकड़े गए लोग फर्जी कॉल सेंटर खोलकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे. ये जालसाज अपने कॉल सेंटर पर एमटेक और बीटेक पास युवाओं को नौकरी पर रखते थे. यूपी एसटीएफ की छापेमारी में इनकी गिरफ़्तारी हुई है.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के इंदिरानगर में एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा था जिसमें इंटरनेट व अन्य माध्यम से बेरोजगारों के नंबर पता कर लिए जाते थे. इसके बाद उनको फ़ोन करके नौकरी दिलाने के नाम पर दो या तीन बार में 50 हजार से 1 लाख रुपये वसूल लिए जाते थे.
पकड़े गए जालसाज पिछले तीन साल से इस कॉल सेंटर को चला रहे हैं. पहले उनका यह कॉल सेंटर गाजियाबाद में खोला गया था, जिसके लिए आरोपी प्री-एक्टिवेटेड सिम खरीद लेते थे. ये सिम दुगने-तिगुने दाम पर दिल्ली से खरीदे जाते थे. फिर इन नंबरों के जरिए बेरोजगारों से संपर्क किया जाता था. कॉलिंग के लिए जालसाजों ने लड़कों की हायरिंग की हुई थी, जिसमें बीटेक और एमटेक पास शामिल थे. इन्हें 16-20 हज़ार रुपये सैलरी दी जाती थी और इन्हीं लोगों के द्वारा बेरोजगारों को कॉल कराया जाता था.
पकड़े गए जालसाजों का नेटवर्क करीब 12 जिलों में फैला हुआ है. अलग-अलग जिलों में इन्होंने अपने एजेंट भी रख कर रखे थे. इस पूरे मामले में मिर्ज़ापुर के राजन श्रीवास्तव, गोरखपुर के राकेश शर्मा, प्रतापगढ़ के सुरेन्द्र प्रताप सिंह और हरदोई के सोमेन्द्र तिवारी को STF ने लखनऊ के एक फ्लैट से गिरफ़्तार किया है.
STF के ADG अमिताभ यश के मुताबिक, सूचना मिलने पर टीम बनाकर छापेमारी की गई थी. जिसके बाद चार लोगों की गिरफ़्तारी हुई. खबर मिली थी कि कुछ जालसाज बेरोजगारों को ठगने का काम कर रहे हैं. फिलहाल, पकड़े गए जालसाजों से और जानकारी कलेक्ट की जा रही है.