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छेड़खानी से तंग आकर 10वीं की छात्रा ने दी जान, पुलिस पर लग रहे ये गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में 10वीं की एक छात्रा ने छेड़खानी से तंग आकर जान दे दी. मृतक लड़की के पिता का आरोप है कि कई बार पुलिस से शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. बेटी ने जब तंग आकर जान दे दी, तो शिकायत करने थाना जाने पर पुलिस ने उल्टा उनके साथ मारपीट की और हाजत में बंद कर दिया.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
संतोष बंसल
  • चित्रकूट,
  • 25 जून 2024,
  • अपडेटेड 1:39 PM IST

चित्रकूट जनपद में छेड़खानी से तंग आकर 10वीं की छात्रा ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया. इस घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है. वहीं शिकायत करने थाने गए पीड़ित परिजनों के साथ मारपीट करने का भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगा है. मामला मऊ थाना क्षेत्र के एक गांव का है.

10वीं की छात्रा के परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी 10वीं की छात्रा थी, जो शंकरगढ़ के एक स्कूल में पढ़ती थी. स्कूल जाते वक्त उनकी बेटी के साथ गांव के ही रहने वाले दो शोहदे लगातार कई महीने से छेड़खानी कर रहे थे. इसकी शिकायत उन्होंने कई बार थाने में की थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी शोहदों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.

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परिजन का कहना है कि  इसके बाद उन्होंने फरवरी में भी आरोपी शोहदों के खिलाफ डाक द्वारा पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई थी.एसपी को पत्र लिखने के बाद भी आरोपियों खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. इससे उन लड़कों का और अधिक मनोबल बढ़ हो गया था. इसके बाद वेलोग उनकी बेटी के साथ आए दिन रास्ते में छेड़खानी करने लगे.

परिजनों के अनुसार दो दिन पहले फिर से आरोपियों ने छेड़खानी की थी. इस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. तब बेटी ने तंग आकर फांसी के फंदे से लटक कर कल शाम को मौत को गले लगा लिया. इसकी सूचना देने वह मऊ थाने पहुंचे तो पुलिस ने उल्टा उनपर ही कई आरोप लगाकर उन्हें थाने में बंद कर उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी और उनके सारे शिकायती पत्र को फाड़कर फेंक दिया और बाद में अपने से मुकदमा लिखकर एक एफआईआर की कॉपी देकर उन्हें बच्ची का पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया है.

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मृतक लड़की के पिता का कहना है कि अगर पुलिस ने पहले ही आरोपी शोहदों के खिलाफ कार्रवाई की होती तो आज उनकी बेटी जिंदा होती. वहीं इस मामले में सपा से सदर विधायक अनिल प्रधान पीड़ित परिजनों से मुलाकात करने पहुंचे. जहां उन्होंने यूपी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं और मुख्यमंत्री से मामले में जांच कर पीड़ित परिवार को न्याय देने की मांग की है.

इस मामले में क्षेत्राधिकारी निष्ठा उपाध्याय का कहना है कि कल एक लड़की की आत्महत्या की सूचना मिली थी. इसके बाद पीड़ित परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया और लड़की के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. परिजन जो पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं, उसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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