
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में महाकुंभ को लेकर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में करोड़ों लोग आए और छेड़खानी, लूट, हत्या जैसी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई. इस दौरान उन्होंने एक नाविक की सफलता की कहानी भी शेयर की.
सदन को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'आपने कहा हम सांप्रदायिक हैं, बताइए हम कहां से सांप्रदायिक हैं. हमारा तो आदर्श है सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया और उसका सबसे आदर्श उदाहरण महाकुंभ का आयोजन है. महाकुंभ में भारत के विकास और विरासत की छाप दिखाई दी. क्या कुंभ में किसी के साथ भेदभाव हुआ, किसी के साथ न जाती का, न क्षेत्र का, न मत और न ही मजहब का, कोई भेदभाव नहीं हुआ.'
सीएम ने शेयर की नाविक की सक्सेस स्टोरी
सीएम योगी ने विधानसभा में कुंभ के दौरान एक नाविक परिवार की सफलता की कहानी शेयर की. उन्होंने कहा, 'मैं एक नाविक परिवार की सक्सेस स्टोरी यहां बता रहा हूं. इस नाविक परिवार के पास 130 नौकाएं थीं. 45 दिनों की अवधि में इन लोगों ने शुद्ध बचत की है 30 करोड़ रुपये की. यानी 1 नाव ने 45 दिनों में 23 लाख रुपये की कमाई की.' समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने कहा, 'चाचा महाकुंभ जाना चाहते थे लेकिन चूक गए.'
'ये हमारे सनातन धर्म के लिए गौरव की बात'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं. 45 दिनों के आयोजन ने भारत की विरासत और विकास की एक अनुपम छाप न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में छोड़ी है. इस कार्यक्रम के सफल आयोजन की गूंज दुनिया में लंबे समय तक सुनाई देगी. ये हमारे सनातन धर्म के लिए गौरव की बात है. ये सिर्फ आध्यात्मिक उपलब्धि नहीं है बल्कि इस आयोजन से हमारी अर्थव्यवस्था को साढ़े तीन लाख करोड़ का लाभ होने की उम्मीद है.'
'हमने बस वही मांगा जो हमारा था'
संभल पर उन्होंने कहा, 'संभल में 56 वर्षों से शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम हो रहा था. अकेले संभल में 68 तीर्थ और 19 कूप थे, जिनको एक शरारत के तहत एक निश्चित समय के अंदर खत्म कर दिया गया. 68 तीर्थों में 54 तीर्थों को ढूंढ़ना ये तो हमारी विरासत का हिस्सा है. हमने तो वही किया. हमने तो यही कहा कि जो हमारा है वो हमें मिल जाना चाहिए. हम इसके इतर कहीं नहीं जा रहे हैं.'
'66 करोड़ लोग कुंभ करके सुरक्षित लौटे'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'महाकुंभ में दुनिया भर से संत समाज आए. छेड़खानी की कोई घटना नहीं हुई. महाकुंभ में जो आया अभिभूत हुआ. महाकुंभ हमारे लिए अग्निपरीक्षा थी. कुंभ में लूट, हत्या, अपहरण की कोई घटना नहीं हुई. 66 करोड़ लोग कुंभ करके सुरक्षित लौटे. महाकुंभ में 33 करोड़ महिलाएं आईं, लेकिन अपराध की एक भी घटना नहीं हुई.'