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'श्रीराम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ेगी तो कोई समस्या नहीं', अयोध्या में गरजे CM योगी

अयोध्या में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरी तीन पीढ़ियां श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन के लिए समर्पित थीं. हम सत्ता के लिए नहीं आए हैं. श्रीराम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ेगी तो कोई समस्या नहीं है.

Yogi Adityanath: ‘Sambhal’s history predates Islam' Yogi Adityanath: ‘Sambhal’s history predates Islam'
aajtak.in
  • अयोध्या ,
  • 21 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 2:03 PM IST

अयोध्या पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है. उनके इस बयान पर चर्चा शुरू हो गई है. दरअसल, सीएम योगी ने कहा है कि मेरी तीन पीढ़ियां श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन के लिए समर्पित थीं. हम सत्ता के लिए नहीं आए हैं. श्रीराम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ेगी तो कोई समस्या नहीं है. 

दरअसल, आज सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या का दौरा किया. इस दौरान सीएम ने रामलला के दर्शन किए और पूजा-अर्चना की. इसके अलावा, हनुमानगढ़ी में भी दर्शन किए. सीएम योगी का अयोध्या में करीब 5 घंटे का कार्यक्रम था, जिसमें समीक्षा बैठक और अयोध्या के विकास कार्यों की समीक्षा शामिल थी. 

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इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि हम लोगों ने 2017 में जब अयोध्या में दीपोत्सव के आयोजन को आगे बढ़ाया था हमारे मन में एक ही बात थी कि कैसे भी हो अयोध्या को उसकी पहचान मिलनी चाहिए, अयोध्या को वो सम्मान मिलना चाहिए, जिसकी वह हकदार है. आप देख रहे होंगे दीपावली के एक दिन पहले अयोध्या का दीपोत्सव एक फेस्टिवल बन गया है, समाज का एक पर्व बन गया है.

बकौल सीएम योगी- एक वर्ग ऐसा था जो कहता था कि मुख्यमंत्री के रूप में अयोध्या जाने से विवाद खड़ा होगा. हमने कहा विवाद खड़ा होता तो होने दीजिए लेकिन अयोध्या के बारे में कुछ सोचने की आवश्यकता है. एक वर्ग ऐसा भी था जिसने कहा कि आप जाएंगे फिर राम मंदिर की बात होगी तो मैंने कहा कौन हम सत्ता के लिए आए हैं, राम मंदिर के लिए सत्ता भी गंवानी पड़ेगी तो कोई समस्या नहीं होनी चाहिए.

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उन्होंने कहा कि श्री अयोध्या धाम भारत के सनातन धर्म की आधार भूमि है, सप्तपुरियों में प्रथम है. अयोध्या लिटरेचर फेस्टिवल के शुभारंभ अवसर पर मैंने यहां स्थित राज सदन पैलेस में आयोजित 'Timeless Ayodhya: Literature & Arts Festival' कार्यक्रम में सहभाग किया. रामायण दुनिया का पहला महाकाव्य बना और आमजन में इतना लोकप्रिय हुआ कि भारत समेत विश्व की विभिन्न भाषाओं में लोगों के हृदय को छू रहा है. 

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