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प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने म​हाकुंभ में Bike का खर्चा निकाल लिया: CM योगी

महाकुंभ में हुई भगदड़ में मौतों का आंकड़ा छिपाने के विपक्ष के आरोप पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इसके बाद सरकार का ध्यान 8 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर था, जो उस दिन मेला क्षेत्र में स्नान के लिए उपस्थित थे.

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (Photo: Aajtak) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. (Photo: Aajtak)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 9:53 PM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने महाकुंभ के आयोजन से लेकर यूपी की कानून-व्यवस्था, अर्थव्यवस्था और राजनीति जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखे. प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन से उत्तर प्रदेश को आर्थिक तौर पर कितना लाभ हुआ इस बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 में देश की सत्ता संभालने के बाद से ही भारत की रिलीजियस और स्पिरिचुअल टूरिज्म की ताकत को समझा है. वह देश ​पहले राष्ट्राध्यक्ष हैं, जिसने इस बात को समझा कि विरासत को विकास के साथ जोड़कर अगर हम प्रयास करेंगे तो उसके परिणाम अच्छे होंगे.' 

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प्रयागराज महाकुंभ के आर्थिक पक्ष की बात करते हुए सीएम योगी ने कहा, 'इन दो महीनों के अंदर शहर के होटलों और धर्मशालाओं में कोई रूम खाली नहीं थे. लोगों ने होम स्टे बनाए थे. प्रयागराज में 4 लाख छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं, उन सभी छात्रों ने अपनी जो नई बाइक खरीदी होगी, उसका खर्चा निकाल दिया. जितने में उन्होंने बाइक खरीदी होगी, उससे ज्यादा उन्होंने सवारी ढोकर कमा लिया.' मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि प्रयागराज में एक नाविक परिवार है, उनके पास 130 नाव हैं और महाकुंभ के 45 दिनों में उन्होंने 30 करोड़ रुपये की कमाई की है. ऐसे ही अनेक उदाहरण वहां आपको देखने को मिलेंगे.'

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महाकुंभ में हुई भगदड़ में मौतों का आंकड़ा छिपाने के विपक्ष के आरोप पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई भगदड़ एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इसके बाद सरकार का ध्यान 8 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर था, जो उस दिन मेला क्षेत्र में स्नान के लिए उपस्थित थे.' इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'भगदड़ 28 और 29 जनवरी की मध्य रात्रि को 1:15 से 1:30 बजे के बीच हुई. यह घटना उस समय हुई जब कुंभ क्षेत्र में पहले से ही 4 करोड़ श्रद्धालु मौजूद थे.'

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सीएम योगी ने कहा, 'पवित्र अमृत स्नान सुबह 4 बजे शुरू होने वाला था, इसलिए अधिकारी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के लिए तैयारी कर रहे थे. हमने अनुमान लगाया था कि मौनी अमावस्या स्नान में करीब 8 करोड़ श्रद्धालु भाग लेंगे. इसके अलावा, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं को रोकना पड़ा. हमने इन सभी जगहों पर श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था की थी, आने-जाने की व्यवस्था की थी, भंडारे आयोजित किए. एक जिम्मेदार सरकार के तौर पर हमारी प्राथमिकता यह थी कि अगर कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है, तो हमें घायलों को ग्रीन कॉरिडोर के जरिए अस्पताल पहुंचाना है. भगदड़ में घायलों को 15 मिनट के अंदर अस्पताल पहुंचाया गया.'

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उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल 65 लोगों को अस्पताल ले जाया गया और दुर्भाग्यवश 30 लोगों की मृत्यु हो गई. उन्होंने कहा कि भगदड़ के बाद अधिकारियों से कहा गया कि वे अखाड़ों से बाद में स्नान करने और श्रद्धालुओं को पहले स्नान करने का अनुरोध करें. योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'हमने उनसे कहा कि वे श्रद्धालुओं को पहले स्नान करने दें और 12 बजे के बाद हम उनके लिए स्नान की व्यवस्था करेंगे.' उन्होंने अखाड़ों और साधु-संतों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिन्होंने अनुरोध पर ध्यान दिया और परंपरा के विपरीत अपनी संगम में अनुष्ठानिक डुबकी को विलंबित कर दिया.

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