
विपक्ष के 'इंडिया' गठबंधन (INDIA Alliance) को लेकर सपा और कांग्रेस में अनबन देखने को मिल रही है. एमपी विधानसभा चुनाव (MP Election) में सीट शेयरिंग को लेकर अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधा तो यूपी में कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने भी इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया दे डाली. अजय राय ने कहा कि MP का वोटर हाथ का पंजा जानता है, साइकल को नहीं.
दरअसल, सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एमपी चुनाव में कांग्रेस के रवैये पर आपत्ति जताते हुए कहा कि 'इंडिया' गठबंधन सिर्फ राष्ट्रीय स्तर पर है, राज्य स्तर पर नहीं, ऐसी जानकारी हमें पहले नहीं थी. अगर होती तो हम कभी मिलने नहीं जाते.
यूपी कांग्रेस अध्यक्ष ने कही ये बात
इस मामले में बोलते हुए यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि अगर आप (सपा) INDIA गठबंधन का मजबूत हिस्सा हैं तो आपको यह देखना पड़ेगा कि किस राज्य की स्थिति कैसी है. एमपी में कांग्रेस और बीजेपी की ही लड़ाई होती है. सपा को तो समर्थन करना चाहिए. इनके एक ही विधायक थे वहां. उन्होंने भी बीजेपी जॉइन कर ली. एमपी में मजबूती से सपोर्ट करेंगे तो इसका फायदा आपको (सपा) लोकसभा चुनाव में मिलेगा.
आप कांग्रेस को हराना चाहते हैं: अजय राय
अजय राय ने आगे कहा कि घोसी उपचुनाव में आगे बढ़कर कांग्रेस ने सपा का समर्थन किया और इन्होंने क्या किया उत्तराखंड में. अपना उम्मीदवार उतारकर बीजेपी को चुनाव जितवा दिया. सब दिख रहा है कि आप कैसे काम कर रहे हैं. एमपी में भी आप बीजेपी को जिताना चाहते हैं और कांग्रेस को हराना चाहते हैं.
जब एमपी में सपा बनाम कांग्रेस था तो आपके मन बड़ा कर कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए था. एमपी का वोटर हाथ का पंजा जानता है साइकिल को नहीं जानता. आप बीच में जाएंगे तो बीजेपी की मदद करेंगे. हमारी यूपी की 80 सीटों पर तैयारी है. 80 सीटों पर लड़ लेंगे.
बीजेपी ने दी ये प्रतिक्रिया
वहीं, कांग्रेस और सपा के इस मामले पर बीजेपी ने चुटकी ली. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा- कांग्रेस और सपा की लड़ाई से हमारा कोई लेनादेना नहीं है. ये लोग कहीं भी मिलकर लड़ लें सफल नहीं होंगे. उत्तर प्रदेश में पहले भी इन्होने कोशिश की थी लेकिन सफल नहीं हो पाए.
जबकि, बलरामपुर पहुंचे बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि INDIA गठबंधन में शामिल दल अपने अपने दल का अस्तित्व स्वयं समाप्त कर रहे हैं. हालांकि, मेरा मानना है कि लोकतंत्र के लिए विपक्ष सशक्त हो. देश का संविधान तभी सुरक्षित रहेगा जब विपक्ष मजबूत होगा. बीजेपी विपक्ष को खत्म करना नही चाहती. गठबंधन में शामिल कुनबों के इकठ्ठा होने में संकट है.
एमपी चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बढ़ा विवाद
बता दें कि एमपी में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में सपा ने एमपी में 22 कैंडिडेट के नामों का ऐलान किया है. इसी को लेकर कांग्रेस तल्ख हो गई है. कांग्रेस का कहना है कि इतनी सीटों पर सपा के लड़ने से बीजेपी को फायदा होगा. जिसपर अखिलेश यादव ने कहा कि अगर हमें पता होता कि विधानसभा स्तर पर गठबंधन नहीं है तो ना हम मीटिंग में जाते और ना ही कांग्रेस नेताओं के फोन उठाते. हमनें साफ-साफ बताया था कांग्रेस को कि एमपी में हमारे उम्मीदवार कब-कब और कहां-कहां जीते थे और कहां हम नंबर 2 पर थे, लेकिन जब लिस्ट आई तो देखा कि उन्होंने सब डिक्लेयर कर दिए.
अखिलेश ने आगे कहा कि रात 1 बजे तक कांग्रेस नेताओं ने सपा नेताओं को बैठाकर रखा और बातचीत की. इसके बाद आश्वासन दिया कि कांग्रेस सपा के लिए 6 सीटों पर विचार करेगी. लेकिन जब लिस्ट आई तो उसमें सपा के एक भी उम्मीदवार को जगह नहीं दी गई.