
यूपी के बलिया में सागरपाली क्षेत्र के गंगा बेसिन में तेल का भंडार मिलने की प्रबल संभावना है. इसके लिए ओएनजीसी ने बलिया के स्वतंत्रता सेनानी रहे 'शेरे बलिया' चित्तू पांडे की जमीन उनके परिजनों से तीन साल के लिए अधिग्रहण कर खुदाई भी शुरू कर दी है. स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडे के प्रपौत्र विनय पांडे का कहना है कि उनके परिवार की करीब 12 बीघा जमीन का अधिग्रहण तीन साल के लिए ओएनजीसी ने किया है. इसके लिए प्रत्येक साल 10 लाख रुपये का भुगतान किया जा रहा है.
फिलहाल, बलिया में गंगा बेसिन क्षेत्र के सागरपाली में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का भंडार मिलने की संभावना के बाद ओएनजीसी ने खुदाई का काम शुरू कर दिया है. मौके पर पूरा सेटअप लगाया गया है. बड़ी-बड़ी मशीनें दूर से ही नजर आ रही हैं. सागरपाली क्षेत्र के वैना ग्राम सभा में ओएनजीसी ने स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडे के परिजनों से 12 बीघा जमीन का अधिग्रहण किया है और प्रत्येक साल उनको 10 लाख रुपये का भुगतान कर रही है. पहले साल का भुगतान किया भी जा चुका है.
जानकारी के मुताबिक, इस भूभाग पर ओएनजीसी द्वारा 3000 मीटर की खुदाई की जाएगी. विनय पांडे का कहना है कि करीब 6 महीने पहले ओएनजीसी ने उनके परिवार से संपर्क किया था और कहा था कि इस क्षेत्र में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का भंडार मिला है जिसकी खुदाई के लिए जमीन चाहिए. जिसके बाद जमीन के लिए परिवार और ओएनजीसी के बीच तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट हुआ.
वहीं, कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस मिलने की संभावना के बाद ग्रामीण काफी खुश नजर आ रहे हैं. जिस जगह पर खुदाई हो रही है वहां के ग्राम प्रधान का कहना है कि इस क्षेत्र का करीब 7 से 8 किलोमीटर का एरिया गंगा नदी का क्षेत्र है और इस क्षेत्र में तेल मिलने की संभावना से हम लोग बेहद खुश हैं. अगर तेल/गैस निकल आया तो इस क्षेत्र का विकास होगा, साथ ही साथ पूरे बलिया जिले का भी विकास हो जाएगा.
बताया जा रहा है कि ओएनजीसी ने तीन साल लगातार तक बलिया से लेकर प्रयागराज तक गंगा बेसिन में सैटलाइट, भू-रासायनिक, गुरुत्वार्षण-चुंबकीय और मैग्नेटो-टेल्यूरिक (एमटी) सर्वेक्षण करवाया था. सर्वे रिपोर्ट में बेसिन की गहराई में बड़े तेल व गैस भंडार होने का पता चला था.