Advertisement

38 साल पहले बम हमले में हुई थी पिता की हत्या, बदला लेने के लिए कराया हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह का मर्डर

UP News: यूपी के देवरिया जिले में बीते पांच दिन पहले हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई थी. पुलिस का कहना है कि इस केस में गिरफ्तार आरोपी के पिता की 1985 में बम से हमला कर हत्या कर दी गई थी. उसी का बदला लेने के लिए सुपारी देकर बृजेश सिंह को मरवा दिया गया. इस केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, एक फरार है.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी. पुलिस की गिरफ्त में आरोपी.
राम प्रताप सिंह
  • देवरिया,
  • 21 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 9:23 AM IST

उत्तर प्रदेश के देवरिया में 5 दिन पहले हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक हिस्ट्रीशीटर भी शामिल है. एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुटी है 

थाना प्रभारी संदीप सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ज्ञानेश्वर पांडेय के पिता की साल 1985 में देवरिया कचहरी में बम मारकर हत्या कर दी गई थी. उस केस में बृजेश सिंह सहित चार आरोपी शामिल थे. इसमें भरत प्रसाद नाम के आरोपी की 1997 में हत्या कर दी गई थी. वारदात में शामिल दो अन्य को सजा हो गई थी.

Advertisement

बृजेश सिंह की हत्या के लिए ज्ञानेश्वर पांडेय ने दो हिस्ट्रीशीटर का सहारा लिया. इनमें एक राजेश मिश्रा और दूसरा अज्ञात है. इन दोनों ने ज्ञानेश्वर के कहने पर पैसे लेकर बृजेश सिंह की सिर कुचलकर हत्या कर दी और शव तुर्तीपार रेलवे स्टेशन हाल्ट के पास फेंक दिया था. आरोपियों ने बृजेश सिंह के प्राइवेट पार्ट को भी चोट पहुंचाई थी.

यह भी पढ़ेंः UP में अपराधियों के हौसले पस्त, हरदोई में 70 हिस्ट्रीशीटर बदमाशों ने एक साथ थाने में लगाई हाजिरी

इस मामले में पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी. इसी के तहत पुलिस ने दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया, वहीं एक आरोपी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसकी तलाश की जा रही है. ज्ञानेश्वर ने घटना में शामिल दोनों हिस्ट्रीशीटरों को 8 हजार रुपये दिए थे, बाकी की कुछ रकम देनी थी.

Advertisement

बता दें कि थाना लार क्षेत्र के बौली वार्ड निवासी हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह कुख्यात अपराधी था, जिसकी रविवार को हत्या कर शव रेलवे स्टेशन हाल्ट के पास फेंक दिया गया था. इस मामले में बृजेश सिंह के भतीजे की तहरीर पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था. 

पुलिस की जांच-पड़ताल के बीच सुलझी हत्या की गुत्थी

जब जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने थाना सुरौली के ग्राम सिसवा पांडेय के रहने वाले ज्ञानेश्वर पांडेय और राजेश मिश्रा निवासी ग्राम देवपार थाना सलेमपुर को पकड़ा तो हत्या की गुत्थी सुलझ गई. थाना प्रभारी ने बताया कि ज्ञानेश्वर पांडेय ने पूछताछ में बताया है कि उसके पिता विजय पांडेय की साल 1985 में पट्टीदारी के विवाद में देवरिया कचहरी में बम मारकर हत्या कर दी गई थी. 

कचहरी में चार बदमाशों ने की थी बम मारकर हत्या

देवरिया कचहरी में 38 साल पहले बम मारकर की गई हत्या में बृजेश सिंह समेत चार बदमाश शामिल थे. घटना में शामिल भरत प्रसाद की 1997 में हत्या कर दी गई थी, जबकि बिहार के दो बदमाश जेल में हैं और चौथा लार थाना का हिस्ट्रीशीटर बृजेश सिंह था. उसकी हत्या के लिए ज्ञानेश्वर ने राजेश मिश्रा समेत दो हिस्ट्रीशीटर को हायर किया और पैसे देकर हत्या करवा दी.

Advertisement

एडिशनल एसपी राजेश सोनकर ने बताया कि हत्या की घटना में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. एक आरोपी की पुलिस तलाश कर रही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement