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VIDEO: दिल्ली से लापता हुआ दिव्यांग बच्चा, 2 साल बाद जन्मदिन पर गाजियाबाद में मिला, पुलिस ने कटवाया केक

Missing Child Found: जिस दिन पुलिस ने लड़के को उसके परिजनों से मिलवाया, उस दिन उसका जन्मदिन था. जन्मदिन पर बेटे को पाकर मां-बाप की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उनकी आंखों से आंसू से छलक पड़े.  

पुलिस ने लापता बच्चे को खोज निकाला (सांकेतिक फोटो) पुलिस ने लापता बच्चे को खोज निकाला (सांकेतिक फोटो)
aajtak.in
  • गाजियाबाद ,
  • 05 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 10:08 AM IST

देश की राजधानी दिल्ली से दो वर्ष पहले 8 साल एक लड़का घर से गायब हो गया था. परिजनों और पुलिस ने उसकी बहुत खोजबीन की लेकिन लड़के का कहीं पता नहीं चला. हालांकि, पुलिस ने हार नहीं मानी और लगातार तलाश में जुटी रही. जिसके चलते अब 'ऑपरेशन मिलाप' के तहत लड़के को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से बरामद कर लिया गया है. जिस दिन (3 दिसंबर) पुलिस ने लड़के को उसके परिजनों से मिलवाया, उस दिन उसका जन्मदिन था. जन्मदिन पर बेटे को पाकर मां-बाप की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उनकी आंखों से आंसू से छलक पड़े.  

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बताया जा रहा है कि लड़का मानसिक रूप से अस्थिर है. फरवरी 2023 में वह घर से अचानक लापता हो गया था. परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दिल्ली के एनआईए थाने में दर्ज कराई थी. तभी से पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी हुई थी. 3 दिसंबर को पुलिस लड़के को खोजने में सफल हो गई. 

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, करीब दो साल से लापता आठ वर्षीय मानसिक रूप से अस्थिर बालक को उसके जन्मदिन पर उसके परिवार से मिलवाया गया. बीते बुधवार को दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 15 फरवरी, 2023 की रात को यह बालक अपने घर से लापता हो गया था. उसकी मां ने 17 फरवरी को एनआईए थाने में पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी. 

मामले में पुलिस उपायुक्त (आउटर नॉर्थ, DCP) निधिन वलसन ने कहा- एनआईए थाने के पूरे स्टाफ ने दृढ़ निश्चय के साथ खोजबीन को आगे बढ़ाया. आस-पास के इलाकों, बस टर्मिनलों, रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों और आश्रय गृहों में व्यापक तलाशी ली गई. इन प्रयासों के बावजूद उस समय बालक के ठिकाने का कोई सुराग नहीं मिल सका. 

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इस बीच 3 दिसंबर को सफलता तब मिली, जब बालक को गाजियाबाद के गोविंदपुरम में घरोंदा स्पेशलाइज्ड एडॉप्शन एजेंसी में पाया गया.  बालक की पहचान उसके माता-पिता ने की और सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे उनके पास वापस भेज दिया गया. यह भावनात्मक क्षण 3 दिसंबर को बालक के जन्मदिन के अवसर पर आया, जिससे यह अवसर और भी विशेष हो गया. 

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