
यूपी एसटीएफ ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नशे के कारोबार का पर्दाफाश किया है. इस मामले में गिरोह के सरगना व दो अन्य आरोपियों को अरेस्ट किया है. इनके पास से 40 लाख रुपये कीमत की चरस बरामद हुई है. शुरुआती पूछताछ में ये बात सामने आई है कि ये लोग पब और होटल में ड्रग्स की सप्लाई करते थे.
दरअसल, एसटीएफ को लखनऊ में सक्रिय इस गिरोह के बारे में इनपुट मिला था. इस पर टीम ने प्लान बनाया और इनके बारे में जानकारी जुटाई. इसी कड़ी में लखनऊ के होटल दयाल पैराडाइज पहुंची. यहां से अहसान अफजल, दीपक कुमार और करण मेहता को गिरफ्तार किया. ये लोग लड़के और लड़कियों को ड्रग्स सप्लाई कर रहे थे.
दिल्ली से तस्करी कर लखनऊ लाई जा रही थी ड्रग्स
बताया जा रहा है कि ये गिरोह पब और होटलों में ड्रग्स की सप्लाई करता था. इसने पास से चरस बरामद हुई है. इसकी कीमत 40 लाख रुपये के करीब है. साथ ही ये बात भी सामने आई है कि दिल्ली से ड्रग्स तस्करी कर लखनऊ लाई जा रही थी.
बीते साल यूपी एसटीएफ ने लखनऊ में प्रतिबंधित नशीली दवाओं की तस्करी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था. गैंग के सरगना समेत 3 युवकों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए युवकों के पास से प्रतिबंधित दवाएं बरामद की गई थीं. इसके साथ ही अमेरिका में 45 हजार लोगों को भेजी गई प्रतिबंधित दवाओं का डाटा भी रिकवर किया गया है.
इससे पहले भी यूपी एसटीएफ ने नशीली दवाओं के अंतरराष्ट्रीय सौदागरों के एक गैंग का पर्दाफाश किया था. इसमें चार लोग गिरफ्तार किए गए थे. ये गैंग खरीदार की डिमांड के हिसाब से लखनऊ और आसपास के जिलों से प्रतिबंधित नशीली दवाओं की खरीद करता था. इसके बाद डार्क वेब के माध्यम से डील करता था और बिटकॉइन में पेमेंट लेता था.