
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति के मालिक और अपराध की कमाई को रियल स्टेट में निवेश करने वाले गणेश दत्त मिश्रा के साथ अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) को जितेंद्र सापरा की भी तलाश है. मुख्तार अंसारी की फरार चल रही अफशान अंसारी को भी शरण देने में जितेन्द्र सापरा का नाम सामने आ रहा है. बताया जा रहा है आगाज कंस्ट्रक्शन का असली मालिक जितेन सापरा ही है जिसकी रियल एस्टेट कंपनी में मुख्तार अंसारी ने अपनी अपराध की कमाई को लगाया था.
3 दिन पहले गाजीपुर में विकास कंस्ट्रक्शन के मालिक और मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्तियों के कर्ताधर्ता गणेश दत्त मिश्रा की 20 करोड़ की संपत्ति को इनकम टैक्स ने कुर्क किया था. गणेश दत्त मिश्रा के खिलाफ ईडी भी जांच कर रही है और कोर्ट से मिश्रा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी है. लेकिन अब विकास कंस्ट्रक्शंस के मालिक गणेश दत्त मिश्रा के साथ दूसरे कारोबारी पर भी शिकंजा कसने जा रहा है.
प्रयागराज के रियल एस्टेट कारोबारी जितेंद्र सापरा की तलाश ईडी ने तलाश तेज कर दी है. प्रयागराज से लेकर लखनऊ दिल्ली समेत कई ठिकानों पर ईडी ने जितेंद्र सापरा को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की लेकिन वह फरार हो गया.
ब्लैक मनी को व्हाइट करता था जितेंद्र
बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी के ससुर जमशेद राणा भले ही कागज में आगाज कंस्ट्रक्शंस के मालिक हों, लेकिन असली कर्ताधर्ता मालिक के तौर पर जितेंद्र सापरा ही है. जितेन्द्र सापरा अपनी आगाज कंस्ट्रक्शन में मुख्तार अंसारी की अपराध से होने वाली कमाई का निवेश करता था और उसके जरिए रियल स्टेट में मुख्तार अंसारी की ब्लैक मनी को व्हाइट किया जा रहा था.
बोगस कंपनियां भी मिलीं
माना जा रहा है कि जितेंद्र सापरा ने मुख्तार अंसारी की काली कमाई को प्रयागराज, दिल्ली, वाराणसी और लखनऊ में कई कीमती संपत्तियों में निवेश करवाया है. सापरा ने मुख्तार के काले धन को सफेद करने के लिए कई बोगस कंपनियां भी बना रखी हैं.
असली कर्ताधर्ता जितेंद्र सापरा
ईडी को जांच के दौरान बोगस कंपनियों में निवेश के भी सबूत मिले हैं. जांच एजेंसी ने विकास कंस्ट्रक्शन के दस्तावेजों को खंगालना शुरू किया तो तमाम जानकारी मिली. दरअसल, विकास कंस्ट्रक्शन से एक बड़ी रकम, आगाज प्रोजेक्ट एंड इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड को भेजी गई थी. तभी से आगाज कंस्ट्रक्शन और इस नाम से बनी अन्य कंपनियां ईडी के रडार पर आई थीं. अब ईडी को आगाज कंस्ट्रक्शन के असली कर्ताधर्ता जितेंद्र सापरा की तलाश है.
अफशां अंसारी को शरण दी
बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी की फरार चल रही पत्नी अफशां अंसारी को भी शरण देने वालों में गणेश दत्त मिश्रा और जितेंद्र शाहपुरा के ही जुड़े लोग हैं. इन्हीं दोनों के नेटवर्क से अफशां इतने दिनों से पुलिस को चकमा दे रही है और फरार चल रही है. गणेश दत्त मिश्रा और जितेंद्र सापरा अब ईडी के रडार पर है.