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Kanpur: शहर में आवारा पशुओं का कहर, बुजुर्ग महिला को सांड ने पटक-पटक कर मार डाला

70 साल की बुजुर्ग महिला अपने घर जा रही थी. इसी दौरान चौराहे पर मौजूद आवारा सांड ने महिला परप हमला कर दिया. उसने महिला का कई बार हवा में उछाला और जमीन पर पटक दिया. मौके पर मौजूद लोगों ने महिला को सांड के हमले से बचाया.

आवारा सांड ने ली बुजुर्ग महिला की जान. आवारा सांड ने ली बुजुर्ग महिला की जान.
रंजय सिंह
  • कानपुर,
  • 22 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST

यूपी के कानपुर में आवारा पशुओं का आतंक हैं. गली, नुक्कड़, चौराहों पर दर्जनों आवार पशु खड़े रहते हैं. जिससे यातायात बाधित होता है और लोगों की जान को खतरा होता है. कहने को तो कानपुर नगर निगम इन आवारा जानवरों को पकड़ने के लिए अभियान चला रहा है. मगर, इसका खास असर होता नजर नहीं आ रहा है. कानपुर में एकबार फिर आवारा जानवर के कारण बुजुर्ग महिला की जान चली गई. आवारा घूमते सांड ने 70 साल की बुजुर्ग महिला को पटक-पटक कर मार डाला. 

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दरअसल, घटना कूपरगंज इलाके की है. 70 साल की बुजुर्ग महिला अपने घर जा रही थी. इसी दौरान चौराहे पर मौजूद आवारा सांड ने महिला परप हमला कर दिया. उसने महिला का कई बार हवा में उछाला और जमीन पर पटक दिया. मौके पर मौजूद लोगों ने महिला को सांड के हमले से बचाया. घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुचीं और एंबुलेंस को बी बुलाया गया. पुलिस ने बुजुर्ग महिला को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. 

बेटी ने अस्पताल पहुंचकर की मां के शव की पहचान

बुजुर्ग के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद शव को मर्चुरी में रख दिया गया था.  पुलिस को यह भी पता नहीं था कि महिला कौन है, कहां रहती है. वहीं, बुजुर्ग महिला जब घर नहीं पहुंची तो परिवार के लोग उसकी तलाश करने लगे. बाद में उन लोगों को घटना की जानकारी लगी. इसके बाद उन लोगों ने अस्पताल पहुंचकर बुजुर्ग महिला की पहचान की. मरने वाली महिला का नाम कविता तिवारी था. वह कोपरगंज इलाके में रहने वाली अपनी बेटी के घर जा रही थी. कविता की बेटी ने बताया कि पिता की मौत कई साल पहले गई थी. मां अब हमारे साथ ही रहती थीं. 

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चार लोगों की हो चुकी मौत

घटना के बाद से एकबार फिर कानपुर नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. जिम्मेदारों की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ा रहा है. बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब आवारा सांड के हमले में किसी की मौत हुई हो. पिछले 10 सालों में 4 से ज्यादा लोगों की इस तरह मौत हो चुकी है.

 

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