
यूपी के बलिया जिले के हल्दी में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद बिहार के चार अपराधियों को गिरफ्तार कर एटीएम कार्ड धोखाधड़ी में शामिल एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. अधिकारियों ने बताया कि पुलिस की जवाबी कार्रवाई में एक आरोपी के पैर में गोली लग गई.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) कृपा शंकर ने मीडिया को बताया कि बुधवार रात पुलिस को सूचना मिली कि हृदयचक तिराहा से पीपा पुल की ओर जाने वाली सड़क पर एक कार में कुछ संदिग्ध व्यक्ति सवार होकर जा रहे हैं. एसीपी के मुताबिक, जब पुलिस ने जांच के लिए वाहन को रोकने का प्रयास किया तो कार से चार संदिग्ध उतरकर भागने की कोशिश करने लगे. पीछा करने के दौरान, अपराधियों में से एक ने अवैध बंदूक से पुलिस टीम पर गोली चलाई, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. इसके बाद हुई गोलीबारी में एक आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी, जिसके बाद पुलिस ने चारों संदिग्धों को काबू कर लिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
घायल संदिग्ध - बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के बच्चा लाल महतो (27) को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अन्य तीन की पहचान साहेब कुमार महतो (32), मदन महतो (37) और लाल बाबू महतो (38) के रूप में हुई है, जो सभी बिहार के रहने वाले हैं.
पुलिस ने आरोपियों के पास से दो देसी पिस्तौल (.315 बोर), दो जिंदा कारतूस, दो खाली खोखे, विभिन्न बैंकों के 63 एटीएम कार्ड, एक हुंडई i20 कार और 5,200 रुपये नकद भी जब्त किए.
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने एटीएम धोखाधड़ी में शामिल एक गिरोह का हिस्सा होने की बात स्वीकार की. वे अनजान व्यक्तियों को निशाना बनाते थे. धोखाधड़ी कर उनके एटीएम कार्ड से पैसे निकाल लेते थे या ट्रांसफर कर देते थे.
एसीपी ने कहा कि चोरी की गई रकम गिरोह के सदस्यों के बीच बांटी गई थी. आरोपियों ने यह भी कबूल किया कि उन्होंने बलिया और उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ दिल्ली में भी कई लोगों को ठगा है. पुलिस रिकॉर्ड से पता चलता है कि बलिया, दिल्ली और अन्य स्थानों पर तीनों के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों और देश के विभिन्न हिस्सों में उनके संचालन का पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है.