
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में हुई एक युवक की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया. इसके अलावा तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया. जानकारी के मुताबिक मृतक UPSC की तैयारी के साथ पार्ट टाइम कैब चालकर अपना घर चलाता था. आरोपियों के पास से लूटी गई कार और तमंचा भी बरामद किया.
24 साल का दुर्गेश कुमार मिश्र प्रयागराज में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी कर रहा था. साथ ही अपना घर चलाने के लिए पार्ट टाइम कैब भी चलता था. वह अपने साल 2019 में अपने मामा के साथ रह रहा था. दुर्गेश के पिता गांव में खेती करते हैं. मृतक के गले और चेहरे पर चोट के कई निशान मिले थे. पुलिस ने 20 दिन बाद इस हत्या का खुलासा किया.
कैब ड्राइवर की हत्या के आरोप में 4 आरोपी अरेस्ट
थानाध्यक्ष सुनील कुमार दुबे ने बताया कि शिनाख्त के बाद मृतक के मोबाइल पर आए हुए कॉल को सर्विलांस के माध्यम से आरोपी की पहचान की गई और प्रयागराज से लेकर जौनपुर, आजमगढ़ जिले के अहरौला इलाके तक के सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल टावर के बीटीएस लोकेशन से मिलान करने के बाद आरोपियों की गिरफ्तारी की गई. अब तक चार आरोपी को गिरफ्तार किया जा चुके हैं पूछताछ के दौरान लूट की नीयत से हत्या की गई जिसका अनावरण किया गया है.
पुलिस ने बताया कि कपरियापार गांव निवासी दुर्गेश मिश्रा की लाश बीते 14 अक्तूबर की सुबह अहरौला थाना क्षेत्र में सड़क किनाने झाड़ियों में लहुलुहान हाल में पड़ी मिली थी. राहगीरों ने शव देखा तो सूचना पुलिस को दी थी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को अज्ञात में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
लूट के इरादे से 14 अक्टूबर को हुई थी कैब ड्राइवर की हत्या
फिर सोशल मीडिया की मदद से शव की पहचान कराई गई. मृतक के परिजनों ने बताया था कि दुर्गेश कुमार मिश्र प्रयागराज में रह कर पढ़ाई करता था और अपने मामा की कार साथ रह कर उसे चला कर अपना भरण पोषण भी करता था. 13 अक्टूबर को वह प्रयागराज से सवारी लेकर कहीं जाने के लिए निकला था. पुलिस ने गायब कार नंबर अलग-अलग थानों में भेजा और मुखबिरों को अलर्ट किया.
इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दुर्वासा-गहजी मार्ग पर कार सवार कुछ युवक मौजूद है. पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों ने उन पर फायर कर दिया. पुलिस की जवाबी फायरिंग में एक बदमाश के पैर में गोली लगी और अन्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने 20 दिन बाद कड़ी मशक्कत के बाद आरोपियों को अरेस्ट किया
इस मामले पर एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि 14 अक्टूबर को अहरौला थाना इलाके में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी. जिसके गले पर धारदार हथियार से वार कर मारा गया था. शिनाख्त के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक दुर्गेश कुमार मिश्रा देवरिया के रहने वाले थे और कैब चलाकर अपना घर चलाते थे. उनकी हत्या के आरोपी मृत्युंजय सिंह को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान को गिरफ्तार किया. पूछताछ में बदमाश ने पुलिस को बताया कि लूट के इरादे से उसने हत्या की थी. आरोपी के पास से लूटी हुई कार, तमंचा और कारतूस बरामद किया गया.