
वेस्ट यूपी के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना को यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने मेरठ में मार गिराया है. अनिल दुजाना पिछले महीने यानी 10 अप्रैल को तिहाड़ जेल से जमानत पर बाहर आया था. जेल से बाहर आते ही उसने गौतमबुद्ध नगर में अपने खिलाफ गवाही दे रहे लोगों के साथ ही एक कारोबारी को भी धमकी दी थी.
इसे लेकर नोएडा पुलिस ने पिछले दिनों अनिल दुजाना के खिलाफ दो मामले दर्ज किए थे और इस कुख्यात बदमाश की तलाश कर रही थी. दुजाना के खिलाफ हत्या, लूट, रंगदारी के कई मामले दर्ज थे. अनिल दुजाना बादलपुर कोतवाली का हिस्ट्रीशीटर था और क्षेत्र के दुजाना गांव का रहने वाला था. उसके खिलाफ कई थानों में 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे.
टॉप के बदमाशों में शामिल था अनिल दुजाना
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले यूपी सीएमओ ऑफिस से टॉप 65 माफियाओं की लिस्ट से जारी हुई थी, जिसमें अनिल दुजाना का नाम भी शामिल था. इसमें पुलिस ने बताया था कि गौतमबुद्ध नगर में 7 कुख्यात बदमाश हैं. इनमें से इस समय 6 जेल में बंद है और अनिल दुजाना फरार चल रहा था.
अनिल दुजाना और सुंदर भाटी थे कट्टर दुश्मन
अनिल दुजाना उत्तर प्रदेश के टॉप बदमाशों में शामिल था और उसकी दुश्मनी गैंगस्टर सुंदर भाटी से थी. दोनों की दुश्मनी में अबतक कई हत्याएं हो चुकी हैं. बता दें, 90 के दशक में पश्चिमी यूपी में कभी महेंद्र फौजी और सतबीर गुर्जर की अदावत के चलते आए दिन गैंगवार सामने आती थी. तब सुंदर भाटी और नरेश भाटी सतबीर गुर्जर के गुर्गे थे. लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष बनने की चाह में सुंदर भाटी और नरेश भाटी आमने-सामने आ गए. नरेश भाटी चुनाव जीत गया था. इससे नाराज सुंदर भाटी ने 2004 में नरेश भाटी की हत्या कर दी थी. इसके बाद नरेश के भाई रणदीप भाटी और भांजे अमित कसाना इसका बदला लेना चाहते थे. इसके लिए इन्होंने अनिल दुजाना से हाथ मिलाया था.
साल 2011 में एके-47 से सुंदर भाटी पर बरसाईं थी गोलियां
जानकारी के मुताबिक नवंबर 2011 में साहिबाबाद के भोपुरा गेस्ट हाउस में हो रहे एक शादी समारोह में सुंदर भाटी आया था. सुंदर भाटी की हत्या के इरादे से नरेश भाटी का भाई रणदीप भांजा अमित कसाना और अनिल दुजाना भी भोजपुरा पहुंचे और इन्होंने एके-47 से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी. लेकिन सुंदर भाटी बच गया था. इस तिहरे हत्याकांड मामले में अनिल दुजाना को जनवरी 2012 में पकड़ लिया गया था.
2014 में सुंदर भाटी ने करवाई थी अनिल दुजाना के भाई की हत्या
खुद पर हुए हमले का बदला लेने के लिए सुंदर भाटी ने जनवरी 2014 में अनिल दुजाना के घर पर हमला करवा कर दिया. इसमें अनिल दुजाना के भाई जय भगवान की मौत हो गई. इस हत्याकांड में सुंदर भाटी समेत आठ लोग नामजद किए गए थे. अपने भाई की मौत का बदला लेने के लिए अनिल दुजाना गैंग ने सुंदर भाटी के शूटर राहुल की हत्या कर दी थी.
पुलिस दुजाना को बुलेटप्रूफ जैकेट में पेशी करती थी
दोनों गैंग सरकारी ठेकों, सक्रैप के ठेकों, सरिया की चोरी और टोल के ठेकों को लेकर भिड़ते रहते थे. दुजाना को सुंदर भाटी से जान का खतरा था. यही वजह थी कि पुलिस जब भी दुजाना को कोर्ट में पेशी पर लाती थी तो उसे बुलेटप्रूफ जैकेट पहनाई जाती थी.