
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में दो सहेलियों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद अब पुलिस द्वारा पकड़े गए एक आरोपी के परिजनों ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है जबकि दूसरे ने अपने बेटे को निर्दोष बताया है.
बता दें कि 26 अगस्त को जन्माष्टमी के मौके पर मंदिर जाने के लिए निकली दो लड़कियों घर नहीं लौटी और अगले दिन उनका शव एक पेड़ से लटकता हुआ मिला था. अब इस मामले में पुलिस की थ्योरी के अनुसार आरोपी पवन और दीपक की दोनों लड़कियों से बातचीत होती थी. बरामद सिम दीपक ने खरीद कर दिया था. दोनों आरोपी युवक दीपक और पवन लड़कियों को फोन पर बात करने के लिए प्रताड़ित करते थे.
मामले की हो सीबीआई जांच: आरोपी के पिता
पुलिस के इस दावे के बाद आज तक की टीम आरोपी दीपक और पवन के घर पहुंची और उनके माता-पिता से बात से की. आरोपी दीपक का घर भैसार गांव में है. वहां आरोपी के पिता शिवदयाल और मां लज्जावती ने कहा कि जन्माष्टमी वाले दिन सोमवार को दीपक शाम करीब 6:00 बजे घर आ गया था, थोड़ी देर रुकने के बाद वह वापस भगवतीपुर स्थित मंदिर में कीर्तन में चला गया था.
उन्होंने कहा रात भर दीपक घर नहीं आया और वो पवन के घर ही रुका था. इसके बाद मंगलवार दोपहर करीब 2:00 बजे पुलिस ने दीपक को पकड़ लिया था. मां लज्जावती और पिता शिवदयाल का कहना है कि उनका बेटा बेकसूर है, उसको उन्होंने कभी किसी लड़की से बातचीत करते नहीं देखा.
आरोपी दीपक के माता-पिता को फर्रुखाबाद पुलिस पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए.
बेटा नहीं करता था किसी लड़की से बात: पवन की मां
इसके बाद आज तक की टीम इस मामले के दूसरे आरोपी पवन के घर भी पहुंची जहां उसके बूढ़े दादा और मां भूरी मिलीं. आरोपी पवन के दादा ने कहा कि जन्माष्टमी वाली रात उनका पोता 12:00 बजे घर आया था.
वहीं उसकी मां ने कहा कि वो पूजा-पाठ में लगी हुई थी, उसे यह नहीं पता कि पवन कितने बजे घर आया लेकिन आधी रात में जब पूजा-पाठ से उसे फुर्सत मिली तब उसने पवन को घर में देखा. आरोपी पवन की मां ने कहा कि उसे कभी नहीं लगा कि उसका बेटा किसी लड़की से भी बात करता है.
बता दें कि मृतक दोनों लड़कियों में से एक के पिता ने भी पुलिस की थ्योरी और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाए थे. मृतक लड़की के पिता ने कहा था कि ये आत्महत्या नहीं हत्या है और यह निश्चित है. पुलिस प्रशासन को सही तरीके से जांच करनी चाहिए.
26 अगस्त को क्या हुआ था
दरअसल 26 अगस्त की रात को फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में 15 और 18 साल की लड़कियां रात करीब 10 बजे जन्माष्टमी के मौके पर पास के एक मंदिर में जाने के लिए घरों से निकली थीं, लेकिन वापस नहीं लौटीं. दूसरे दिन उन दोनों के शव एक बाग में पेड़ पर लटकते हुए मिले थे.
पुलिस की थ्योरी पर पीड़ित के पिता ने भी उठाए सवाल
इसको लेकर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) अवनींद्र सिंह ने बताया था कि डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमार्टम किया था. लड़कियां फांसी लगाने के कारण मरी थीं. शवों पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं.
इस मामले में पुलिस ने भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के नतीजे उनकी शुरुआती जांच से मेल खाते हैं. शवों पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं. हालांकि मृतक लड़की के पिता रामवीर ने आरोप लगाया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सामने आए तथ्य झूठे हैं और यह रिपोर्ट फर्जी है.