
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश और प्रतिकूल मौसम से प्रभावित 11 जिलों में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा बैठक की. राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कुशीनगर, महाराजगंज, लखीमपुर खीरी, बलिया, फर्रुखाबाद, गोंडा, कानपुर नगर, गौतम बुद्ध नगर, सीतापुर, हरदोई और शाहजहांपुर के जिला अधिकारियों को राहत कार्यों के संचालन में पूरी तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रविवार को राहत विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई. इनमें बांदा और कन्नौज जिले में दो-दो मौतें शामिल हैं, जबकि प्रतापगढ़, फतेहपुर, भदोही, अंबेडकर नगर, प्रयागराज और कानपुर में एक-एक मौत हुई है.
मुख्यमंत्री योगी ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने, स्थिति की निगरानी करने और राहत प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद प्रभावित जिलों में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की कई टीमें तैनात की गई हैं. मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को फसल क्षति का आकलन करने और सरकार को रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया, ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जा सके. उन्होंने बाढ़ के कारण जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं या जिनके पशुधन नष्ट हुए हैं, उन्हें तत्काल आर्थिक सहायता देने का आह्वान किया.
वहीं, राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 11 जिलों में युद्ध स्तर पर राहत कार्य चलाए जा रहे हैं. पिछले 72 घंटों में राज्य भर में औसत से अधिक बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और खराब कर दिया है. भारतीय मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को भी यूपी के 75 में से 45 जिलों में अधिक बारिश दर्ज की गई.
इस बीच बिहार से सटा महाराजगंज जिला हाई अलर्ट पर है. नेपाल की गडंक नदी से 6.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे महाराजगंज समेत भारत के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. लगातार बारिश ने भी हालात और खराब कर दिए हैं. महाराजगंज डीएम ने सुदूर सोहगीबरवा आदि इलाके का निरीक्षण किया है. वहीं, फ्लड फाइटिंग के लिए सभी एसडीएम ने कमान संभाल ली है.