
यूपी के बाराबंकी में 75 करोड़ रुपये हड़पने वाली एक फर्जी क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी कंपनी के 5 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों का कनेक्शन दुबई से भी है. बाराबंकी की शाखाओं में तैनात कर्मचारी भोली-भाली जनता को फर्जी डाक्यूमेंट देकर निशाना बनाते थे.
जानकारी के अनुसार, बाराबंकी में भोले-भाले लोगों को रुपये दोगुने करने का लालच दिया गया था, इसी के साथ 75 करोड़ की ठगी कर ली गई. इसके लिए एलयूसीसी नामक एक फर्जी कंपनी बनाई गई थी.
यह मामला सामने आने के बाद धोखाधड़ी करने वाली कंपनी के 5 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन आरोपियों के कब्जे से 33 पासबुक, 5 बॉन्ड पेपर, दो कारें बरामद की गई हैं. कंपनी के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 10 केस दर्ज किए गए हैं. पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों और कंपनी के तार दुबई से जुड़े हुए हैं.
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एडिशनल एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा के अनुसार, 22 नवंबर को बरौलिया की रहने वाली किरन वर्मा ने बदोसराय थाने में तहरीर दी थी. इसमें कहा गया था कि द लोनी अर्बन मल्टीस्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड (एलयूसीसी) कंपनी के एजेंट रामनरेश वर्मा ने फर्जी बांड देकर 1 लाख 25 हजार हो रुपये की धोखाधड़ी की है. इसके बाद कंपनी बंद कर मालिक भाग गए.
एएसपी ने बताया कि महिला की तहरीर पर पुलिस ने रामनरेश और 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर तफ्तीश शुरू की तो हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई. कंपनी की एक-एक कर परतें खुलने लगीं. तफ्तीश में पुलिस को पता चला कि यह फर्जी कंपनी जिले में 12 साल से एक्टिव है और पूरे जिले में इसकी 56 शाखाएं हैं. कंपनी के कर्मचारी शाखाओं को बंद कर फरार हो चुके हैं. स्वाट, सर्विलांस और बदोसराय पुलिस टीम ने डिजिटल डाटा के आधार पर 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, अन्य की तलाश जारी है.