
गाजियाबाद में बीटेक छात्रा कीर्ति सिंह (Kirti Singh) की मौत (Death) से पूरा देश सन्न है. कैसे एक मोबाइल के लिए स्नैचर्स ने न सिर्फ एक लड़की को मार डाला. बल्कि, उसके परिवार को हमेशा-हमेशा के लिए एक गहरा घाव दे दिया है. समय भी बीतेगा लेकिन होनहार बेटी की मौत से मिला ये घाव उम्र भर रहेगा. परिवार ने एक ऐसी बेटी खोई है जो सपनों से भरी हुई थी. उसका सपना था कि वो इंजीनियरिंग करके अच्छी नौकरी करे. फिर पेरिस और अमेरिका जाए. लेकिन दो स्नैचर्स के कारण वह जिंदगी को ही अलविदा कर जाएगी, ये तो खुद उसने भी कभी नहीं सोचा होगा.
दिन था 27 अक्टूबर 2023... गाजियाबाद के एबीईएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में पढ़ने वाली 22 वर्षीय कीर्ति आम दिनों की तरह क्लास खत्म कर अपनी सहेली के साथ ऑटो में बैठी. रास्ते से उसने चचेरे भाई को कॉल किया. कहा- भैया मैं जल्दी घर पहुंच जाऊंगी. लेकिन घर वालों को नहीं पता था कि ये कॉल कीर्ति की जिंदगी की लास्ट कॉल होगी. क्योंकि फिर दूसरा फोन घर वालों को पुलिस का आया. बताया गया कि उनकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई है. दो मोबाइल स्नैचर्स ने उससे फोन छीनने की कोशिश की. फिर उसे ऑटो से खींचकर गिरा दिया.
पुलिस की कॉल से कीर्ति के घर में सन्नाटा पसर गया. घबराए हुए परिवार वाले तुरंत पुलिस द्वारा बताए एड्रेस पर पहुंचे. यह एड्रेस था एक हॉस्पिटल का. बेटी को वैंटिलेटर पर पड़ा देख परिवार वाले फूट-फूट कर रोने लगे. पुलिस ने फिर उन्हें संभाला. पूरी बात बताई. डॉक्टरों ने भी कीर्ति को बचाने की तमाम कोशिश की. लेकिन वो उसे बचा नहीं पाए और कीर्ति की रविवार शाम को ही इलाज के दौरान मौत हो गई.
दो बार क्रैक की जेईई परीक्षा
कीर्ति न सिर्फ घर वालों की चहेती थी. आस-पड़ोस से लेकर कॉलेज के टीचर और स्टूडेंट भी उसे काफी पसंद करते थे. कीर्ति के परिवार ने बताया कि वह हमसे हमेशी यही कहती थी कि अच्छी नौकरी मिलने के बाद ही वो शादी करेगी. उससे पहले नहीं. परिवार के मुताबिक, वह स्कूल के दिनों से ही इंजीनियर बनना चाहती थी. साल 2022 में जेईई क्रैक करने के बाद कीर्ति को लखनऊ के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय में इंजीनियरिंग में एडमिशन मिला. हालांकि, परिवार चाहता था कि बेटी घर के पास रहकर ही पढ़ाई करे. उसने कड़ी मेहनत से पढ़ाई की ताकि जेईई में बेहतर रैंक हासिल कर सके. 2023 में फिर उसे गाजियाबाद के एबीईएस में एडमिशन मिल गया. एडमिशन के बाद कुछ दिनों तक कीर्ति का भाई उसके साथ कॉलेज जाता था. लेकिन जब कीर्ति के कॉलेज में दोस्त बन गए तो वो उनके साथ आने-जाने लगी.
सभी करते थे कीर्ति को पसंद
परिवार ने बताया कि कीर्ति हंसमुख स्वभाव की लड़की थी. उसे खाने का बहुत शौक था. चॉकलेट केक उसका फेवरिट था. पेंटिंग करना भी उसे काफी पसंद था. उन्होंने कहा कि मोबाइल स्नैचर्स ने हमारी बेटी को मारकर हमें जिंदगी भर का दर्द दे दिया है. उधर, एबीईएस कॉलेज के टीचर्स ने भी कीर्ति को एक प्रतिभाशाली छात्रा बताया. पड़ोसियों ने कहा कि कीर्ति एक 'साहसी लड़की' थी. वह किसी भी गलत काम का विरोध जरूर करती थी. इसीलिए, शायद उसने स्नैचरों से लड़ने की भी कोशिश की.
एक आरोपी एनकाउंटर में ढेर
बता दें, कीर्ति से लूटपाट करने वाले लुटेरों की तलाश में जुटी गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार शाम एक आरोपी बोबिल उर्फ बलवीर को गिरफ्तार कर लिया. मगर इस दौरान दूसरा बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू भाग निकला था. लेकिन सोमवार तड़के पुलिस और जितेंद्र के बीच भी मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में जितेंद्र घायल हो गया और अस्पताल में उसकी मौत हो गई. कीर्ति के घर वालों की मांग है कि बस उन्हें और उनकी दिवंगत बेटी को न्याय मिले.