
गाजियाबाद पुलिस को ऑनलाइन गेमिंग धर्मातरण केस में बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस को एफएसएल की मदद से आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो के फोन और कंप्यूटर का डाटा मिला है. हालांकि पुलिस को अभी भी पूरा डाटा नहीं मिला है. पुलिस कोर्ट में शाहनवाज की रिमांड बढ़ाने के लिए अपील करेगी. जिससे आरोपी से मामले में और पूछताछ की जा सके.
दरअसल, ऑनलाइन गेमिंग धर्मान्तरण केस में आरोपी शाहनवाज उर्फ बद्दो पुलिस को पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा था. पुलिस के बार-बार पूछने पर भी वह फोन और कंप्यूटर के डाटा के बारे में कुछ नहीं बता रहा था. वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश कर रहा था. इसके बाद पुलिस ने उसका डाटा खंगालने के लिए एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री) की मदद ली.
पुलिस को मिला 1000 पन्नों का डाटा
एफएसएल ने शाहनवाज के मोबाइल और कंप्यूटर के सीपीयू से डाटा को रिकवर किया. पुलिस को इस मामले में आरोपी के कई चैट भी मिले है. सूत्रों के मुताबिक, आरोपी शाहनवाज ने अपनी गिरफ्तारी से पहले ही मोबाइल और कंप्यूटर से पूरा डाटा डिलीट कर दिया था. पूछताछ के दौरान वह पुलिस से कहा रहा था कि वह ईमेल आईडी और पासवर्ड भूल चुका है. अब तक पुलिस ने हजार से ज्यादा पन्नों का डाटा रिकवर किया है.
FSL की मदद से अधिक डाटा रिकवर करने की कोशिश जारी
हालांकि, पुलिस को अभी भी शाहनवाज उर्फ बद्दों का पूरा डाटा नहीं मिला है. डाटा की मदद से पुलिस आरोपी की बातचीत की पूरी डिटेल निकालने की कोशिश कर रही है.
विदेशी लिंक की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस इस केस में शाहनवाज के विदेशी लिंक की भी जांच कर रही है. पुलिस को शक है कि शाहनवाज उर्फ बद्दो पाकिस्तान के संपर्क में था. इस कारण पुलिस उसके मोबाइल की कॉल डिटेल और इमेल आईडी की बारीकी से जांच कर रही है.
रिमांड की मांग करेगी पुलिस
पुलिस ने शाहनवाज की रिमांड बढ़ाने के लिए 20 जून को कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. इस पर आज कोर्ट में सुनवाई है. पुलिस शाहनवाज को रिमांड में लेकर उससे अभी तक मिले डाटा के बारे में पूछताछ करेगी.
11 मई को गिरफ्तार किया गया था बद्दो
शाहनवाज उर्फ बद्दो को थाना कविनगर पुलिस ने 11 मई को महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग से गिरफ्तार किया था और इसे ट्रांजिस्ट रिमांड पर लाया गया था. अदालत में पेश करने के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत मे भेजा गया था. इस मामले में 30 मई को थाना कविनगर में धर्मांतरण का केस दर्ज कराया गया था.
गाजियाबाद में हुआ मामले का खुलासा
गौरतलब है कि बीते दिनों गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग एप्लिकेशन के जरिए धर्मांतरण का मामला सामने आया था. इसमें शाहनवाज खान और गाजियाबाद की एक मस्जिद के मौलवी के खिलाफ अवैध धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने कहा था कि गाजियाबाद के एक व्यक्ति ने पिछले महीने शिकायत दर्ज कराई थी कि मौलवी अब्दुल रहमान और बद्दो ने हाल ही में 12वीं की परीक्षा पास करने वाले उसके बेटे का धर्मांतरण कराया था.