
उत्तर प्रदेश पुलिस की पीआरवी यानी पुलिस रिस्पांस व्हीकल की जिम्मेदारी किसी भी घटना या हादसे पर सबसे पहले पहुंचने की होती है, लेकिन गाजियाबाद में यही पुलिस पीआरवी एक सभासद पद के प्रत्याशी की शराब बंटवा रही थी, जिसका वीडियो वायरल हुआ. इसके बाद तीन पुलिसकर्मियों और सभासद प्रत्याशी पर केस दर्ज कर लिया गया है.
गाजियाबाद के एक पीआरवी का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें आपको पुलिस दिख रही है... पुलिस की गाड़ी दिख रही है... इस गाड़ी का नंबर 2189 है.. पीआरवी में तैनात तीन पुलिसकर्मी जिनके नाम अजयवीर, अरविंद और गौरव हैं. यह तीनों मोदीनगर से निर्दलीय सभासद संजीव चिकारा की शराब मोदीनगर थाना क्षेत्र के सारा इलाके में बंटवा रहे थे.
यह वीडियो वायरल हुआ पुलिस एक्शन में आई. चारों के खिलाफ मुकदमा लिख लिया गया. मोदीनगर के एसीपी रितेश त्रिपाठी का कहना है कि यह तीनों निर्दलीय सभासद प्रत्याशी के साथ किस कारण से जुड़े थे? यह जांच का विषय है लेकिन थाना मोदीनगर में चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है और जांच चल रही है.
क्या है पूरा मामला
मोदीनगर के वार्ड नंबर 20 से निर्दलीय सभासद प्रत्याशी संजीव चिकारा और पीआरवी के तीन पुलिसकर्मी बुधवार की रात को शराब बांट रहे थे. बीजेपी प्रत्याशी संदीप उर्फ मोनू को सूचना मिली तो वह समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए. इसके बाद हंगामा हुआ और दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई. बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मियों को भी पीटा गया.
इसके बाद निर्दलीय सभासद प्रत्याशी संजीव चिकारा के साथ पीआरवी के सिपाही गौरव, अजयवीर व अरविंद के खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन, आबकारी अधिनियम समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है.